Edited By Radhika,Updated: 04 Sep, 2025 02:34 PM

भारत और सिंगापुर ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उनके सिंगापुरी समकक्ष लॉरेंस वोंग की मौजूदगी में अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने के लिए एक रोडमैप का अनावरण किया, जिसमें दुनिया में मौजूदा भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच...
नेशनल डेस्क: भारत और सिंगापुर ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उनके सिंगापुरी समकक्ष लॉरेंस वोंग की मौजूदगी में अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने के लिए एक रोडमैप का अनावरण किया, जिसमें दुनिया में मौजूदा भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। वोंग मंगलवार को नयी दिल्ली पहुंचे थे।
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मोदी और वोंग ने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम पर व्यापक वार्ता की। मोदी ने वोंग की उपस्थिति में कहा कि भारत-सिंगापुर संबंध कूटनीति से कहीं आगे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों ने निर्णय लिया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम और अन्य डिजिटल प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाया जाएगा। मोदी ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा,‘‘आतंकवाद के संबंध में हमारी चिंताएं समान हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से लड़ना उन सभी देशों का कर्तव्य है जो मानवता में विश्वास रखते हैं।''
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मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी साझा मूल्यों पर आधारित है और यह आपसी हितों तथा शांति एवं समृद्धि के लिए साझा दृष्टिकोण से निर्देशित है। वहीं वोंग ने कहा कि अनिश्चितता और अशांति से भरी दुनिया में भारत तथा सिंगापुर के बीच साझेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। मोदी-वोंग वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। भारतीय रिज़र्व बैंक और ‘मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर' के बीच हुआ डिजिटल परिसंपत्ति नवाचार पर समझौता इनमें से एक है।