Edited By rajesh kumar,Updated: 03 Dec, 2022 01:28 PM

नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि भारतीय नौसेना ने सरकार को आश्वासन दिया है कि वह 2047 तक 'आत्मनिर्भर' बन जाएगी।
नेशनल डेस्क: नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि भारतीय नौसेना ने सरकार को बताया है कि वह 2047 तक ‘आत्मनिर्भर' बन जाएगी। उन्होंने नौसेना दिवस पर संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि नौसना हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के विभिन्न सैन्य एवं अन्वेषण जहाजों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखती है।
भारतीय नौसना 2047 तक आत्मनिर्भर बन जाएगी
कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना ने पिछले एक साल में बहुत ऊंची अभियानगत क्षमता हासिल की है तथा समुद्री सुरक्षा की अहमियत पर अधिक बल दिया जा रहा है। नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘सरकार ने हमें आत्मनिर्भर भारत पर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं। हमने बताया है कि भारतीय नौसना 2047 तक आत्मनिर्भर बन जाएगी।'' एडमिरल आर हरि कुमार ने यह भी कहा कि अभियानगत क्षमता की दृष्टि से देखा जाए तो पिछले एक साल में हमारा बहुत व्यस्त समय रहा।
उन्होंने कहा कि विमानवाहक आईएनएस विक्रांत का नौसेना के बेड़े में शामिल होना भारत के लिए ऐतिहासिक घटना है। उन्होंने कहा कि नौसेना का लक्ष्य देश के लिए ‘भारत में निर्मित' सुरक्षा समाधान हासिल करना है। इसने दुनिया में राष्ट्र के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है। मुझे यकीन है कि विक्रांत आने वाले वर्षों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के व्यापक क्षेत्रों में गर्व से तिरंगा फहराएगा। उन्होंने कहा कि नौसेना में करीब 3,000 अग्निवीर पहुंच गए हैं जिनमें से 341 महिलाएं हैं। नौसेना प्रमुख ने कहा कि पहली बार ‘‘हम महिला नाविकों को नौसेना में शामिल कर रहे हैं।''