Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Sep, 2025 10:04 AM

डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी दबाव देखा गया है। खासकर फार्मा सेक्टर पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के फैसले का असर निवेशकों की जेब पर साफ नजर आया है। अमेरिकी बाजारों में बढ़ते टैरिफ के कारण भारत के प्रमुख फार्मा...
नेशनल डेस्क: डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी दबाव देखा गया है। खासकर फार्मा सेक्टर पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के फैसले का असर निवेशकों की जेब पर साफ नजर आया है। अमेरिकी बाजारों में बढ़ते टैरिफ के कारण भारत के प्रमुख फार्मा शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बड़ी गिरावट आई।
आज सेंसेक्स 412.67 अंकों की गिरावट के साथ 80,747.01 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी 115 अंक टूटकर 24,776 पर आ गया है। फार्मा सेक्टर में अरबिंदो फार्मा, ल्यूपिन, डीआरएल, सन फार्मा और बायोकॉन जैसे दिग्गज शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई। अरबिंदो फार्मा का शेयर 1.91 फीसदी गिरकर 1,076 रुपये पर बंद हुआ, वहीं ल्यूपिन में करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आई और इसका शेयर 1,918.60 रुपये पर था। सन फार्मा के शेयर लगभग 3 प्रतिशत टूटकर 1,580 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। इसके अलावा Cipla, Strides Pharma Science, नैट्को फार्मा, बायोकॉन और मैनकाइंड फार्मा के शेयर भी दो से छह प्रतिशत के बीच नीचे आए।
BSE के टॉप 30 शेयरों में सबसे अधिक गिरावट सन फार्मा के शेयर में 2.67 प्रतिशत दर्ज की गई। इसके अलावा इंफोसिस, टेक महिंद्रा और एशियन पेंट्स जैसे बड़े शेयर भी करीब 2 प्रतिशत तक नीचे गए। हालांकि, कुछ शेयरों में मामूली तेजी भी देखने को मिली।
इस नई Tariff Policy से भारतीय फार्मा कंपनियों की अमेरिका में निर्यात संभावनाओं पर सवाल उठने लगे हैं, जिससे निवेशकों में डर व्याप्त है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के इस कदम का असर न केवल फार्मा सेक्टर पर बल्कि पूरे भारतीय शेयर बाजार पर लंबी अवधि तक पड़ सकता है।