Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Jul, 2025 08:14 AM

इंडियाना (अमेरिका) – एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज, कानून और मातृत्व तीनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 32 वर्षीय एक महिला, जो खुद 7 बच्चों की मां है, पर आरोप है कि उसने कुछ पैसों के बदले अपनी मासूम 7 महीने की बेटी को एक अजनबी के हवाले करने की...
नेशनल डेस्क: इंडियाना (अमेरिका) – एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज, कानून और मातृत्व तीनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 32 वर्षीय एक महिला, जो खुद 7 बच्चों की मां है, पर आरोप है कि उसने कुछ पैसों के बदले अपनी मासूम 7 महीने की बेटी को एक अजनबी के हवाले करने की पेशकश की -वो भी यौन शोषण के इरादे से।
सोशल मीडिया बना सौदेबाजी का ज़रिया
जानकारी के अनुसार, यह अमानवीय सौदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Snapchat पर हुआ। आरोप है कि महिला ने एक व्यक्ति को मेसेज भेजकर अपनी बच्ची से गलत हरकत करने की इजाजत देने की बात कही, बदले में उसने 400 डॉलर की मांग की — जिसमें आधी रकम एडवांस में मांगी गई थी। इतना ही नहीं, महिला ने उसी बातचीत में यह भी पूछा कि क्या वह उसकी नग्न तस्वीरों में रुचि रखता है, जिससे वह अपने बच्चों के लिए 'डायपर' खरीद सके।
डिजिटल निगरानी ने बचाई एक जान
इस बातचीत को Snapchat की सुरक्षा प्रणाली ने पकड़ लिया और तुरंत FBI को सूचित किया। इसके 10 दिन बाद जांच एजेंसियों ने महिला के घर पर छापा मारा और उसे 8 जुलाई 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच के दौरान सामने आया कि महिला के अकाउंट से 7,000 से ज्यादा मेसेज भेजे गए थे। करीब 81 संदेशों में उसने अपनी न्यूड तस्वीरें बेचने की बात कही, बच्चों की जरूरतें पूरी करने के नाम पर। जब एजेंटों ने महिला से पूछताछ की, तो उसने अपने Snapchat अकाउंट तक पहुंच खोने की बात कही, लेकिन तलाशी में उसी फोन से कई तस्वीरें बरामद की गईं।
अदालत की स्थिति और कानूनी कार्रवाई
महिला पर बाल यौन तस्करी (Sex Trafficking of a Minor) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इंडियाना राज्य के कानूनों के मुताबिक, यह Level 2 felony की श्रेणी में आता है — जिसकी सजा 10 से 30 साल की जेल है। अदालत में पेशी के दौरान महिला ने खुद को घरेलू महिला बताया, जो कुछ डिलीवरी का काम करती है और सरकार तथा अपने माता-पिता से सहायता लेती है। शुरुआत में उसकी जमानत राशि $200,000 रखी गई थी, जिसे घटाकर $100,000 कर दिया गया है। अदालत ने उसे अपने दो बच्चों से भी दूर रहने का आदेश दिया है। 7 महीने की यह मासूम बच्ची अब राज्य के संरक्षण में है, और संबंधित एजेंसियां उसकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही हैं।