Edited By Anu Malhotra,Updated: 02 Sep, 2024 02:04 PM
आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में हर कोई मशीन की तरह काम में लगा हुआ है। चाहे वह कॉरपोरेट हो या अन्य कोई सेक्टर, हर जगह प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए वर्क टाइम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन यह बढ़ती वर्कलोड लोगों की जिंदगीको मौत के साए में घेरती जा...
नेशनल डेस्क: आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में हर कोई मशीन की तरह काम में लगा हुआ है। चाहे वह कॉरपोरेट हो या अन्य कोई सेक्टर, हर जगह प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए वर्क टाइम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन यह बढ़ती वर्कलोड लोगों की जिंदगीको मौत के साए में घेरती जा रही है। अत्यधिक काम का दबाव लोगों को जल्दी मौत के मुंह में धकेल रहा है।
इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए जापान की सरकार ने एक नई पहल की शुरुआत की है। इसके तहत अब कर्मचारियों को सप्ताह में केवल चार दिन (Working Week) काम करना होगा, जबकि बाकी तीन दिन वे आराम से अपनी छुट्टी बिता सकेंगे।
क्यों उठाया गया यह कदम?
जापान में हर साल करीब 54 लोग अत्यधिक काम के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। इस स्थिति को वहां 'करोशी' (काम से मौत) कहा जाता है। जापान सरकार ने इस समस्या को हल करने के लिए चार दिन के वर्किंग वीक की योजना को बढ़ावा दिया है, लेकिन पारंपरिक सोच वाली कंपनियां इसमें रुकावट डाल रही हैं।
सरकार ने पहली बार 2021 में इस योजना का समर्थन किया था। जापान के स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय के अनुसार, केवल 8% कंपनियां अपने कर्मचारियों को सप्ताह में तीन या उससे अधिक दिन की छुट्टी देती हैं, जबकि 7% कंपनियां सिर्फ एक दिन की छुट्टी देती हैं। इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने कार्यशैली सुधार अभियान शुरू किया है। इसके तहत काम के घंटे कम करने, फ्लेक्सिबल वर्कटाइम और ओवरटाइम के साथ सालाना छुट्टियों में वृद्धि को बढ़ावा दिया जा रहा है।
कंपनियों का समर्थन और सरकार का प्रयास
सरकार मुफ्त कंसल्टिंग और वित्तीय सहायता के जरिए कंपनियों को इस दिशा में प्रेरित कर रही है। हालांकि, अब तक कंपनियों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं रही है। केवल तीन कंपनियों ने इस संबंध में सरकार से सलाह ली है। एक सरकारी रिपोर्ट में बताया गया है कि हर साल अधिक काम के कारण करीब 54 लोगों की मौत होती है, जिनमें दिल के दौरे और स्ट्रोक के मामले प्रमुख हैं।
जापान की कामकाजी संस्कृति
जापान की कामकाजी संस्कृति में कर्मचारियों पर अपनी कंपनी के प्रति वफादार रहने और त्याग करने का भारी दबाव होता है। भले ही 85% नियोक्ता हर हफ्ते दो दिन की छुट्टी देते हों और ओवरटाइम पर कानूनी पाबंदियां हों, लेकिन दफ्तर में अधिक घंटे बिताना अभी भी आम है। जापान में घटती जन्मदर और कम होती कामकाजी आबादी (जो 2065 तक 7.4 करोड़ से घटकर 4.5 करोड़ रह जाने की संभावना है) को देखते हुए यह बदलाव आवश्यक है।
इसके अलावा इन देशों में होता है 4 दिन काम
- कनाडा में दर्जनों कंपनियां हफ्ते में 4 काम कराती हैं।
- सितंबर 2023 में ब्राजील ने 4 दिन काम कराने के लिए 9 महीने का परीक्षण शुरू किया था।
- बेल्जियम में कर्मचारियों को अब चार दिन काम करने का अधिकार है। हालांकि, 4 दिन का सप्ताह आम तौर पर 4×10 घंटे का होता है।