Edited By Mehak,Updated: 27 Aug, 2025 03:36 PM

प्रेमानंद जी महाराज के भक्त सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़ी संख्या में हैं। अभिनेता, नेता और खिलाड़ी तक उनके सत्संग में शामिल होते हैं। उनके दर्शन पाने के लिए हमेशा लंबी कतारें लगी रहती हैं। अगर आप भी प्रेमानंद महाराज से मिलना या...
नेशनल डेस्क : प्रेमानंद जी महाराज के भक्त सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़ी संख्या में हैं। अभिनेता, नेता और खिलाड़ी तक उनके सत्संग में शामिल होते हैं। उनके दर्शन पाने के लिए हमेशा लंबी कतारें लगी रहती हैं। अगर आप भी प्रेमानंद महाराज से मिलना या उनके सत्संग का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ नियमों को जानना जरूरी है।
कहां स्थित है प्रेमानंद महाराज का आश्रम?
प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम वृंदावन में इस्कॉन मंदिर के पास, परिक्रमा रोड पर स्थित है। यह भक्ति वेदांत हॉस्पिटल के ठीक सामने है।
कब कर सकते हैं दर्शन?
हर रात लगभग 2:30 बजे प्रेमानंद महाराज अपने आवास से राधाकेली आश्रम तक पैदल जाते हैं। इस दौरान हजारों श्रद्धालु उनके दर्शन करने पहुंचते हैं। यदि आप केवल दर्शन करना चाहते हैं, तो इस समय पर आश्रम के पास पहुंच सकते हैं।
सत्संग सुनने की प्रक्रिया
यदि कोई श्रद्धालु महाराज का सत्संग सुनना चाहता है, तो उसे इसके लिए टोकन लेना होगा।
- हर रोज सुबह 9:30 बजे आश्रम में महाराज के शिष्य टोकन बांटते हैं।
- इस टोकन के आधार पर अगले दिन सत्संग सुनने का अवसर मिलता है।
- भीड़ को ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था की गई है।
आधार कार्ड लाना अनिवार्य
महाराज से मिलने या सत्संग का टोकन पाने के लिए आधार कार्ड साथ लाना जरूरी है। बिना आधार कार्ड के किसी को टोकन नहीं दिया जाता।
अकेले में मिलने का मौका
यदि कोई भक्त व्यक्तिगत रूप से प्रेमानंद जी महाराज से मिलकर अपने सवाल पूछना चाहता है, तो उसे सुबह 6:30 बजे आश्रम पहुंचना होगा। इस समय भक्तों को महाराज से सीधे मिलने का अवसर दिया जाता है।