Edited By Anu Malhotra,Updated: 08 Aug, 2025 07:36 AM

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री के सचिव राजेश कुमार की पत्नी के साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ और लूटपाट की घटना हुई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी अनिल पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जिसमें...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री के सचिव राजेश कुमार की पत्नी के साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ और लूटपाट की घटना हुई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी अनिल पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जिसमें आरोप हैं कि आरोपी ने हथियार के बल पर महिला के साथ छेड़छाड़ की और जान से मारने की धमकी भी दी।
घटना के बारे में क्या बताया गया?
शिकायत के अनुसार, अनिल पांडे ने घर में जबरन घुसकर हथियार दिखाते हुए राजेश कुमार की पत्नी के साथ छेड़छाड़ की। इसके अलावा उसने महिला की प्राइवेट जगहों पर गलत तरीके से छेड़छाड़ की, अश्लील फोटो और वीडियो बनाए। आरोपी ने धमकी दी कि यदि किसी को यह बात बताई तो वह इसे वायरल कर देगा। इतना ही नहीं, आरोपी ने 2 लाख रुपये नकद और गहने भी लूटकर ले गए।
महिला की नींद खुलने पर उसने चिल्लाकर अपनी परेशानी बताई, जिससे इस मामले का पता चल पाया। राजेश कुमार ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी और आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़, अश्लीलता, धमकाने और वसूली का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
लखनऊ पुलिस की कार्रवाई
गोमती नगर थाना पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तर पर भी निगरानी रखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बढ़ती संख्या
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की दर देश में सबसे ज्यादा 59.1% है। खासकर छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न जैसे अपराधों की संख्या चिंता बढ़ा रही है। प्रदेश सरकार ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (UPCOCA) के तहत कार्रवाई तेज कर दी है।
योगी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए अपराधियों की संपत्ति जब्त करने, मुठभेड़ में सख्त कार्रवाई करने जैसे कदम उठाए हैं। 2017 से 2025 के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने 218 अपराधियों को मार गिराया है और 16,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। बावजूद इसके, छेड़छाड़ और महिलाओं के खिलाफ अन्य अपराधों को रोकना अब भी चुनौती बना हुआ है।