Edited By Mansa Devi,Updated: 08 Dec, 2025 02:09 PM

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब सिर्फ चैटबॉट तक सीमित नहीं रहा। TikTok की पैरेंट कंपनी ByteDance ने ऐसा AI फोन तैयार किया है जो बिना छुए खुद मोबाइल चलाने की क्षमता रखता है।
नेशनल डेस्क: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब सिर्फ चैटबॉट तक सीमित नहीं रहा। TikTok की पैरेंट कंपनी ByteDance ने ऐसा AI फोन तैयार किया है जो बिना छुए खुद मोबाइल चलाने की क्षमता रखता है। कंपनी ने इस प्रोजेक्ट का प्रोटोटाइप सार्वजनिक किया है, जिसे टेक जगत में बड़ा बदलाव माना जा रहा है। कई विशेषज्ञ इसे भविष्य की टेक्नॉलजी बताते हैं, वहीं कुछ इसे इंसानी नियंत्रण के लिए खतरा भी कह रहे हैं।
स्क्रीन खुद देखेगा, ऐप खुद खोलेगा बिल्कुल इंसान की तरह
ByteDance ने एक खास AI एजेंट Doubao विकसित किया है। यह सिस्टम मोबाइल की स्क्रीन को समझ सकता है और उसमें खुद ऑपरेशन कर सकता है।
यह एजेंट—
➤ ऐप्स खोल सकता है
➤ यूजर की जगह ऑर्डर प्लेस कर सकता है
➤ कॉल, मैसेज और बेसिक फंक्शन खुद ऑपरेट कर सकता है
➤ टिकट बुकिंग जैसे काम भी बिना टच किए कर सकता है
➤ यानी AI फोन मोबाइल को ऐसे चलाता है, जैसे कोई इंसान उंगलियों से फोन चला रहा हो लेकिन बिना हाथ लगाए।
➤ डेमो वीडियो वायरल वॉयस कमांड से फोन खुद करता है काम
➤ शेन्जेन के बिजनेसमैन टेलर ओगन ने इसका डेमो वीडियो शेयर किया, जो तेजी से वायरल हुआ।
वीडियो में दिखाई देता है कि:
➤ यूजर सिर्फ वॉयस कमांड देता है
➤ AI एजेंट स्क्रीन पढ़ता है
➤ फिर खुद सही बटन चुनकर टास्क पूरा कर देता है
➤ हालांकि कई लोगों ने इसे प्राइवेसी और नियंत्रण को लेकर चिंताजनक बताया है।
ByteDance फीचर्स में कटौती करेगा डेटा सुरक्षा की चिंता
रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी AI फोन के कुछ फीचर्स पर सीमाएं लगाने की योजना बना रही है, ताकि यह संवेदनशील जानकारी तक पहुंच न बना सके।
कमर्शियल लॉन्च की तारीख अभी तय नहीं है, लेकिन टेक इंडस्ट्री में इसके डेवलपमेंट को लेकर खूब चर्चा है।
ZTE के Nubia फोन पर बनाया गया पहला मॉडल
वायरल वीडियो में दिखा AI एजेंट ZTE की Nubia सीरीज़ पर इंस्टॉल किया गया है।
यह—
कस्टमाइज्ड एंड्रॉयड पर काम करता है
ByteDance के इन-हाउस LLM इकोसिस्टम Doubao पर आधारित है
यानी पूरा मोबाइल सिस्टम AI-फर्स्ट अप्रोच पर चलता है।
Siri, Alexa जैसे वॉयस असिस्सेंट से है अलग
'AI फोन' असल में वॉयस असिस्टेंट से अलग हैं. यह Siri, Alexa, या Google Assistant से अलग है। वॉयस असिस्टेंट में कोई ऐप वॉयस कमांड पर एक्टिवेट हो जाते हैं। इसके बाद वे चुनिंदा फीचर्स को ही एक्सेस कर पाते हैं। AI फोन में वॉयस कमांड के बाद मोबाइल कुछ ऐसे काम करता है, जो कोई इंसान मोबाइल चला रहा हो।