Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Sep, 2025 09:01 AM

उत्तराखंड में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और राज्य के आठ जिलों में मौसम विभाग ने भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 17 सितंबर तक प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश, आकाशीय बिजली और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है। मौसम के इस अचानक...
देहरादून: उत्तराखंड में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और राज्य के आठ जिलों में मौसम विभाग ने भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 17 सितंबर तक प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश, आकाशीय बिजली और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है। मौसम के इस अचानक बदले मिजाज को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है।
किन जिलों में खतरा सबसे ज्यादा?
मौसम विभाग द्वारा जारी ताज़ा पूर्वानुमान के मुताबिक, देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, चमोली, पौड़ी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में तेज बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। इन जिलों में लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड की स्थिति भी बन सकती है।
देहरादून का मौसम कैसा रहेगा?
राजधानी देहरादून में अगले कुछ दिन मौसम काफी उतार-चढ़ाव वाला रहेगा।
-
आज का अनुमानित तापमान: अधिकतम 29°C और न्यूनतम 24°C
-
हवाओं की दिशा: दक्षिण-पश्चिमी दिशा से आने वाली हवाएं वातावरण में नमी बढ़ाएंगी, जिससे बारिश की तीव्रता भी अधिक हो सकती है।
-
बारिश की स्थिति: दिनभर तेज गरज के साथ बारिश हो सकती है, और रात को भी बादल गर्जना के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
13 से 17 सितंबर तक का अनुमानित मौसम (देहरादून):
|
तारीख
|
न्यूनतम तापमान
|
अधिकतम तापमान
|
संभावित मौसम
|
|
13 सितंबर
|
24°C
|
28°C
|
गरज के साथ तेज बारिश
|
|
14 सितंबर
|
23°C
|
29°C
|
बादलों के साथ मूसलधार बारिश
|
|
15 सितंबर
|
23°C
|
28°C
|
बिजली कड़कने के साथ तेज बौछारें
|
|
16 सितंबर
|
24°C
|
29°C
|
भारी बारिश, आंधी की संभावना
|
|
17 सितंबर
|
23°C
|
28°C
|
रुक-रुक कर तेज बारिश
|
चंपावत में विशेष अलर्ट जारी
चंपावत जिले में मौसम का रुख बेहद खराब रहने की चेतावनी दी गई है।
-
तापमान: न्यूनतम 18°C, अधिकतम 23°C
-
बारिश: दिनभर तेज और रात में हल्की बारिश संभव
-
हवाएं: दक्षिण दिशा से आ रहीं हवाएं मौसम को और अधिक नमीयुक्त बना रही हैं, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
क्यों बढ़ रही है बारिश की तीव्रता?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमालयी क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। लगातार बढ़ती नमी और तापमान में असामान्य उतार-चढ़ाव ने बारिश के पैटर्न को पूरी तरह बदल दिया है। विशेषकर पर्वतीय इलाकों में अब कम समय में अधिक वर्षा हो रही है, जिससे प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ गया है।
लोगों के लिए सलाह
-
अनावश्यक यात्रा से बचें
-
नदी-नालों के पास जाने से परहेज करें
-
पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले पर्यटक सावधानी बरतें
-
बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए खुले स्थानों में खड़े न रहें
सरकार की तैयारी और निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन टीमें सक्रिय कर दी गई हैं और खतरे वाले इलाकों में राहत एवं बचाव सामग्री पहले से भेजी जा चुकी है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।