Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 22 Jul, 2025 04:18 PM

भारत के खेल क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। पहली बार हमारी राष्ट्रीय खेल नीति 2025 में एथलीटों के विकास को विज्ञान, तकनीक और चिकित्सा के साथ जोड़ने पर जोर दिया गया है। यह नीति केवल नियमों का संग्रह नहीं है बल्कि एक क्रांतिकारी कदम है, जो...
नेशनल डेस्क: भारत के खेल क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। पहली बार हमारी राष्ट्रीय खेल नीति 2025 में एथलीटों के विकास को विज्ञान, तकनीक और चिकित्सा के साथ जोड़ने पर जोर दिया गया है। यह नीति केवल नियमों का संग्रह नहीं है बल्कि एक क्रांतिकारी कदम है, जो खेलों में प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ-साथ खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और दीर्घायु को भी प्राथमिकता देती है। पहले खेलों में केवल मेहनत और अभ्यास को ही सफलता का मूल मंत्र माना जाता था। लेकिन अब यह समझा गया है कि खिलाड़ियों की सफलता के पीछे विज्ञान, तकनीक और साक्ष्य-आधारित चिकित्सा की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। चोटों की रोकथाम, मानसिक कंडीशनिंग, पोषण, और प्रदर्शन विश्लेषण जैसे पहलू अब एथलीट विकास के केंद्र में होंगे।
राष्ट्रीय खेल नीति 2025 में क्या नया है?
नई नीति में एथलीटों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा गया है। इसमें चोट की निगरानी, रोकथाम और तेज़ उपचार पर खास जोर है ताकि खिलाड़ी जल्दी वापसी कर सकें और लंबे समय तक स्वस्थ रह सकें। साथ ही बायोमैकेनिक्स और प्रदर्शन विश्लेषण के माध्यम से उनके प्रशिक्षण को और बेहतर बनाया जाएगा। नीति यह भी कहती है कि मानसिक स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक कंडीशनिंग को भी उतनी ही प्राथमिकता दी जाएगी जितनी शारीरिक फिटनेस को। आज के प्रतिस्पर्धात्मक और दबाव वाले माहौल में यह बहुत जरूरी है कि खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत और स्थिर हों।
सुविधाओं और प्रशिक्षण केंद्रों का विकास
देश के प्रमुख प्रशिक्षण केंद्रों में खेल विज्ञान और चिकित्सा की सुविधाओं का विकास किया जाएगा। भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने पहले ही राष्ट्रीय खेल विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र के साथ मिलकर अपने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में उन्नत सुविधाएँ शुरू कर दी हैं। इनमें विश्व स्तरीय पुनर्प्राप्ति उपकरण और प्रशिक्षण तकनीकों का समावेश है जिससे एथलीटों को बेहतर सपोर्ट मिलेगा।
खेलों में भारत की प्रगति और भविष्य की संभावनाएँ
भारत ने हाल के वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बड़ी सफलताएँ हासिल की हैं। लेकिन लगातार शीर्ष स्तर पर बने रहने के लिए केवल टैलेंट और मेहनत ही काफी नहीं है। प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए वैज्ञानिक विधियों, तकनीकी नवाचारों और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की जरूरत है। राष्ट्रीय खेल नीति 2025 इन सभी क्षेत्रों में सुधार कर भारत को विश्व खेल मानचित्र पर और ऊँचा उठाने का माध्यम बनेगी।