Edited By Mansa Devi,Updated: 13 Sep, 2025 08:59 AM

नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद अब एक नई शुरुआत हो रही है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद, सुशीला कार्की को देश का अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया है। इस बदलाव पर भारत ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया है और दोनों देशों के...
नेशनल डेस्क: नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद अब एक नई शुरुआत हो रही है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद, सुशीला कार्की को देश का अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया है। इस बदलाव पर भारत ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया है और दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखने की उम्मीद जताई है।
भारत ने दी बधाई, मिलकर काम करने का भरोसा
भारत ने सुशीला कार्की के नेतृत्व में बनी नेपाल की अंतरिम सरकार का स्वागत करते हुए कहा, 'हम नेपाल में सुशीला कार्की के नेतृत्व में नई अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।' भारत ने आगे कहा कि नेपाल उसका सबसे करीबी पड़ोसी है और दोनों देश जनता की भलाई और तरक्की के लिए एक साथ मिलकर काम करते रहेंगे। यह बयान ऐसे समय में आया है जब नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा चरम पर है।
क्यों हुआ नेपाल में बवाल?
हाल ही में, सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर नेपाल में युवाओं ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए। ये प्रदर्शन इतने उग्र हो गए कि कई लोगों की जान चली गई। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्रियों को निशाना बनाया और यहां तक कि एक पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी को जिंदा जला दिया गया। बढ़ते दबाव के कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देकर काठमांडू से भागना पड़ा।
इसके बाद, प्रदर्शनकारी युवाओं ने सुशीला कार्की को देश की सत्ता सौंपने पर सहमति जताई, जिसके बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें एक औपचारिक समारोह में अंतरिम प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री भी बन गई हैं।