Edited By Mansa Devi,Updated: 22 Aug, 2025 04:24 PM

अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार जल्द ही एक नई जीएसटी प्रणाली लाने पर विचार कर रही है, जिससे घर बनाना और खरीदना दोनों ही सस्ते हो सकते हैं। सरकार का लक्ष्य घर बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामानों पर लगने वाले...
नेशनल डेस्क: अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार जल्द ही एक नई जीएसटी प्रणाली लाने पर विचार कर रही है, जिससे घर बनाना और खरीदना दोनों ही सस्ते हो सकते हैं। सरकार का लक्ष्य घर बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामानों पर लगने वाले टैक्स को आसान और एक समान बनाना है।
अभी घर बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीज़ों, जैसे सीमेंट, स्टील, पेंट और टाइल्स पर अलग-अलग जीएसटी दरें लागू होती हैं, जो 18% से 28% तक हैं. इससे निर्माण की लागत काफी बढ़ जाती है, जिसका सीधा बोझ आखिर में घर खरीदने वालों पर पड़ता है।
मध्यम वर्ग को मिलेगा सबसे ज़्यादा फायदा
अगर सरकार इन टैक्स दरों को कम और एक समान करती है, तो बिल्डरों की लागत घटेगी और वे इस बचत का फायदा ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा मध्यम वर्ग को होगा, जो पहले से ही बढ़ती महंगाई से जूझ रहा है. घर की कुल कीमत कम होने से EMI का बोझ भी हल्का हो सकता है।
किफायती घरों पर भी होगी राहत
किफायती घरों पर अभी भी सिर्फ 1% जीएसटी लगता है, इसलिए उनमें सीधे तौर पर कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. हालांकि, अगर 'इनपुट टैक्स क्रेडिट' (ITC) का नया नियम लागू होता है, तो बिल्डरों को थोड़ी और राहत मिल सकती है, जिससे इन घरों की कीमतों में भी थोड़ी कमी आ सकती है।
महंगे घरों पर पड़ सकता है उल्टा असर
जहां एक तरफ मध्यम वर्ग को फायदा होने की उम्मीद है, वहीं लग्जरी घरों पर इसका उल्टा असर पड़ सकता है. अगर महंगे मैटेरियल जैसे इंपोर्टेड फिटिंग्स और फिनिशिंग आइटम्स को ज़्यादा टैक्स स्लैब में डाल दिया गया, तो इन घरों की कीमतें बढ़ सकती हैं. पिछले कुछ सालों में निर्माण लागत में 40% की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में जीएसटी में यह बदलाव बिल्डरों और ग्राहकों दोनों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।