Edited By Anu Malhotra,Updated: 02 Oct, 2025 07:43 AM

हर इंसान का जन्म एक खास दिन होता है, और इसी खास तारीख में छिपा होता है उसका ‘मूलांक’, यानी जीवन का मूल नंबर। अंक ज्योतिष (Numerology) के अनुसार, यह मूलांक न केवल आपके स्वभाव और सोच को प्रभावित करता है, बल्कि यह भी तय करता है कि किन आदतों और...
नेशनल डेस्क: हर इंसान का जन्म एक खास दिन होता है, और इसी खास तारीख में छिपा होता है उसका ‘मूलांक’, यानी जीवन का मूल नंबर। अंक ज्योतिष (Numerology) के अनुसार, यह मूलांक न केवल आपके स्वभाव और सोच को प्रभावित करता है, बल्कि यह भी तय करता है कि किन आदतों और व्यवहारों से आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
इसी कड़ी में आज बात करते हैं मूलांक 3 (Life Path Number 3) की। अगर आपकी जन्म तारीख 3, 12, 21 या 30 है, तो आपका मूलांक 3 बनता है। उदाहरण के लिए, 12 तारीख को जन्मे व्यक्ति का योग होगा 1+2 = 3। इस मूलांक के स्वामी माने जाते हैं गुरु बृहस्पति (Jupiter), जो ज्ञान, विस्तार और आत्मविश्वास के प्रतीक हैं।
ये हैं मूलांक 3 वालों की खासियतें
मूलांक 3 में जन्मे लोग तेज बुद्धि के होते हैं, आत्मविश्वास से लबरेज रहते हैं और आमतौर पर सलाह देने में माहिर होते हैं। इनकी सोच स्पष्ट, सकारात्मक और दूरदर्शी होती है। अक्सर ये लोग अपने आसपास के लोगों को अपनी सूझबूझ से प्रभावित करते हैं।
लेकिन एक चेतावनी भी है: हाथ मिलाने से बचें!
अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 3 वालों को हर किसी से हाथ मिलाने की आदत नहीं बनानी चाहिए। माना जाता है कि हैंडशेक के दौरान इनकी पॉजिटिव एनर्जी और सौभाग्य का कुछ अंश सामने वाले को ट्रांसफर हो सकता है। इसके चलते मूलांक 3 वाले व्यक्ति ऊर्जा में कमी महसूस कर सकते हैं या मन में अनचाही थकान आ सकती है।
तो फिर कैसे करें अभिवादन?
यदि आप मूलांक 3 के व्यक्ति हैं, तो हाथ मिलाने के बजाय ‘नमस्ते’, ‘आभार’ या बिना स्पर्श वाले किसी अन्य सम्मानजनक तरीके से अभिवादन करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। हालात ऐसे हों जहां हैंडशेक करना टालना संभव न हो, तो उस वक्त आप मन ही मन ‘ॐ’ या किसी भी गुरु मंत्र का जाप कर सकते हैं। इससे आपकी ऊर्जा संतुलित बनी रहेगी और आपको नकारात्मक प्रभाव नहीं झेलना पड़ेगा।
विज्ञान नहीं, लेकिन मान्यता जरूर
यह सलाह पूरी तरह से लोक मान्यताओं और अंक ज्योतिषीय दृष्टिकोण पर आधारित है। इसका उद्देश्य जागरूकता फैलाना है, न कि डर पैदा करना। अगर आप इन विषयों पर गंभीरता से विचार करते हैं, तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श लेना फायदेमंद हो सकता है।
नोट: यह लेख परंपरागत मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।