Edited By Parveen Kumar,Updated: 01 Dec, 2025 05:45 PM

मुंबई की लोकल ट्रेनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर फर्जी टिकट बनाकर यात्रा करने वालों पर सेंट्रल रेलवे ने कड़ा एक्शन शुरू कर दिया है। इस तकनीकी धोखाधड़ी के मामले में रेलवे अब तक चार FIR दर्ज कर चुका है और...
नेशनल डेस्क: मुंबई की लोकल ट्रेनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर फर्जी टिकट बनाकर यात्रा करने वालों पर सेंट्रल रेलवे ने कड़ा एक्शन शुरू कर दिया है। इस तकनीकी धोखाधड़ी के मामले में रेलवे अब तक चार FIR दर्ज कर चुका है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
UTS ऐप का दुरुपयोग खुला
रेलवे द्वारा लोकल टिकट के लिए UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप मुहैया कराया जाता है, जिसके जरिए आसानी से टिकट जनरेट किए जा सकते हैं। लेकिन हाल के दिनों में टिकट कलेक्टरों ने पाया कि कुछ यात्री टिकट की मूल तस्वीर में हेरफेर कर AI और फोटोशॉप की मदद से नकली टिकट तैयार कर रहे थे।
5 साल तक की जेल, करियर पर भारी असर
सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) स्वप्निल नीला ने इंडिया टीवी से बातचीत में बताया कि ऐसे मामलों में गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई होती है। दोषी पाए जाने पर व्यक्ति को पांच साल की सजा और भारी जुर्माना भुगतना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, पुलिस रिकॉर्ड में नाम आने से उसके करियर और भविष्य पर भी भारी संकट मंडराने लगता है।
अच्छे परिवारों और छात्रों का भी नाम शामिल, रेलवे की अपील
रेलवे ने बताया कि पकड़े गए लोगों में से कई अच्छे परिवारों से आते हैं और प्रतिष्ठित कंपनियों में काम करते हैं। कुछ विद्यार्थी भी इस धोखाधड़ी में शामिल पाए गए। इसलिए रेलवे ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की जालसाजी से दूर रहें और सरकारी प्रणाली को नुकसान पहुंचाने वाले ऐसे कृत्यों में भाग न लें।