Edited By Shubham Anand,Updated: 02 Nov, 2025 04:54 PM

आरा में चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तेजस्वी यादव को सीएम पद का उम्मीदवार नहीं बनाना चाहती थी, लेकिन राजद ने “कनपटी पर कट्टा रखकर” यह फैसला करवाया। पीएम मोदी ने कहा कि...
नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार के आरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए महागठबंधन की आंतरिक कलह पर जोरदार प्रहार किया। उन्होंने दावा किया कि राजद और कांग्रेस के बीच अच्छे संबंध नहीं हैं और राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर तेजस्वी यादव को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करवाया। पीएम ने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि राजद नेता को सीएम फेस बनाया जाए, लेकिन राजद ने जबरन यह फैसला थोप दिया।
‘बंद कमरे में गुंडागर्दी, कांग्रेस की कुछ नहीं चली’
पीएम मोदी ने कहा, “नामांकन वापसी से एक दिन पहले बिहार में बंद कमरे में गुंडागर्दी का खेल खेला गया। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि सीएम पद पर राजद नेता का नाम तय हो। लेकिन राजद ने मौका नहीं छोड़ा। राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर सीएम पद की चोरी कर ली। पहले कमरे में जबरन सब तय करवाया, फिर जबरदस्ती कांग्रेस से समर्थन की घोषणा करवाई गई।”
उन्होंने आगे कहा, “घोषणा पत्र बनाने में भी कांग्रेस की कुछ नहीं चली। चुनाव प्रचार में उनकी कोई पूछ नहीं हो रही। चुनाव से पहले ही इतनी नफरत बढ़ गई है कि रिजल्ट के बाद ये एक-दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे। ऐसे लोग बिहार का भला कभी नहीं कर सकते।”
‘एनडीए का सुशासन vs जंगलराज का कुशासन’
पीएम ने एनडीए और महागठबंधन की तुलना करते हुए कहा, “एक तरफ एनडीए का सुशासन है, दूसरी तरफ जंगलराज का कुशासन। जंगलराज ने बिहार को खोखला कर दिया। राजद के जंगलराज की पहचान है – भय, कट्टा, क्रूरता, कुसंस्कार, कुशासन और करप्शन।” उन्होंने सोशल मीडिया का जिक्र करते हुए कहा, “एक बिटिया का वीडियो देख रहा था। उसने कहा कि कुछ महीने राजद सरकार में शामिल हुई तो बिहार ने जंगलराज का ट्रेलर देख लिया।”
एनडीए के संकल्प
पीएम मोदी ने एनडीए के संकल्प पत्र की प्रमुख योजनाओं का जिक्र किया:
किसानों के लिए: केंद्र की किसान सम्मान निधि (₹6,000) के अलावा बिहार एनडीए सरकार अतिरिक्त ₹3,000 देगी।
फूड पार्क नेटवर्क: बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग फसलें उगाई जाती हैं, इसके लिए फूड पार्क का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा।
मिल्क मिशन: पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए नई योजना।
मत्स्य पालन: पहले बिहार दूसरे राज्यों से मछली मंगवाता था, अब दूसरे राज्यों को निर्यात करता है। मछुआरों के लिए जुब्बा सहनी मत्स्य पालक सहायता योजना ₹9,000 सालाना मदद।