Edited By Mehak,Updated: 10 Oct, 2025 12:42 PM

पंजाबी एक्टर और बॉडीबिल्डर वरिंदर सिंह घुम्मन का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 41 वर्षीय वरिंदर को कुछ दिन पहले कंधे में दर्द के बाद अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिट रहने के बावजूद उनका हार्ट अटैक अचानक आया। हार्ट अटैक और कार्डियाक...
नेशनल डेस्क : पंजाब इंडस्ट्री के अभिनेता और बॉडीबिल्डर वरिंदर सिंह घुम्मन का वीरवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 41 वर्षीय वरिंदर को कुछ दिन पहले कंधे में दर्द की शिकायत के बाद अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिटनेस के लिए मशहूर वरिंदर को पंजाब का 'आयरमैन' भी कहा जाता था। उनके जैसी फिटनेस होने के बावजूद अचानक हार्ट अटैक आया एक गंभीर विषय है। दिल का दौरा या कार्डियाक अरेस्ट से कई सेलेब्स जैसे केके, शेफाली जरीवारा और राजू श्रीवास्तव भी अपनी जान गंवा चुके हैं। जानें दिल का दौरा या सडन कार्डियाक अरेस्ट पड़ने से पहले शरीर में क्या बदलाव आते हैं।
दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर में क्या बदलाव आते हैं (Heart Attack Symptoms)
1. छाती में दर्द होना: हार्ट अटैक का सबसे पहला संकेत सीने में दर्द या दबाव महसूस होना है।
2. शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द होना: दर्द दोनों बांहों, पीठ, गर्दन और जबड़े में भी महसूस हो सकता है।
3. सांस का फूलना: हार्ट अटैक से पहले सांस लेने में दिक्कत और छाती पर दबाव महसूस हो सकता है।
4. ठंडा पसीना आना: बिना गर्माहट के भी शरीर से पसीना आ सकता है।
5. जी मिचलाना और उल्टी का आना: मितली या उल्टी जैसा अनुभव हो सकता है।
6. थकान और कमजोरी होना: शरीर थका-थका महसूस करता है, सिर हल्का लग सकता है।
7. एंजाइटी या घबराहट होना: अचानक अत्यधिक घबराहट महसूस होना हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
सडन कार्डियाक अरेस्ट पड़ने से पहले शरीर में क्या बदलाव आते हैं (Cardiac Arrest Symptoms)
1. अचानक गिर जाना: सबसे आम लक्षण है व्यक्ति का अचानक बिना किसी चेतावनी के गिर जाना और प्रतिक्रिया करना बंद कर देना।
2. बेहोशी होना: व्यक्ति तुरंत बेहोश हो जाता है।
3. नब्ज या सांस का रुकना: दिल के रक्त पंप करना बंद कर देने के कारण नब्ज महसूस नहीं होती और सांस रुक सकती है।
4. सीने में दबाव या बेचैनी होना: कुछ मामलों में कार्डियक अरेस्ट से पहले सीने में दबाव, जकड़न या भारीपन महसूस हो सकता है, जो बाद में बढ़ता भी है।
5. सांस का फूलना: अचानक सांस लेने में तकलीफ होना या घुटन महसूस होना।
6. थकान या कमजोरी होना: अत्यधिक थकान, कमजोरी या चक्कर आना।
7. दिल की धड़कन में बदलाव: दिल की धड़कन अचानक बहुत तेज, फड़फड़ाती हुई या अनियमित हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि फिटनेस या उम्र पर भरोसा न करें। अगर ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि समय पर इलाज जान बचा सकता है।
नोट : सडन कार्डियाक अरेस्ट के लक्षण दिल के दौरे के लक्षणों से अलग हैं, हालांकि दिल का दौरा कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है। यह भी महत्वपूर्ण है कि 50% लोगों में कार्डियक अरेस्ट से पहले कोई चेतावनी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।