Edited By Sahil Kumar,Updated: 09 Sep, 2025 02:21 PM

राजस्थान में इस मानसून सीजन में अब तक 693.1 मिलीमीटर बारिश हुई है और 437 बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 10 सितंबर से मानसून कमजोर होने लगेगा और 17 सितंबर के बाद बारिश में तेजी से कमी आएगी। हालांकि, पिछले दस सालों में अधिकांश बार...
नेशनल डेस्कः राजस्थान में इस बार मानसून ने अच्छी बारिश कर किसान और ग्रामीणों का मन खुश किया है। अब मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि 10 सितंबर से मानसून कमजोर पड़ना शुरू हो जाएगा और 17 सितंबर के बाद बारिश में तेज कमी आने के साथ ही मानसून की विदाई का सिलसिला शुरू हो सकता है। हालांकि, पिछले दस वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि मानसून आमतौर पर अक्टूबर में ही विदा होता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, सामान्यतः राजस्थान से मानसून की विदाई 1 अक्टूबर से पहले हो जाती है। लेकिन इस बार 10 सितंबर से मानसून कमजोर होने की संभावना जताई जा रही है। विभाग ने इसके संकेत भी दिए हैं। फिलहाल राजस्थान के ऊपर बना अवतलित क्षेत्र (लॉ प्रेशर) पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों की ओर तीव्र हो रहा है, जिसके कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।
बारिश की गतिविधियों में तेज कमी
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह में प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में तेज कमी आएगी। इसी के चलते संभावना है कि 17 सितंबर के बाद मानसून की विदाई का दौर शुरू हो जाएगा। हालांकि पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो अक्टूबर में ही सबसे अधिक बार मानसून की विदाई हुई है।
मानसून की आधिकारिक विदाई
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, मानसून की आधिकारिक विदाई पूर्वी राजस्थान से 15 सितंबर तक और पश्चिमी राजस्थान से 30 सितंबर तक होती है। इसके बावजूद, कभी-कभी वेदर सिस्टम एक्टिव होने की वजह से प्रदेश में बिखरी हुई बारिश जारी रह सकती है।
पिछले 10 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो केवल एक बार ही सितंबर में मानसून की विदाई हुई है। बाकी सभी सालों में मानसून की विदाई अक्टूबर में ही दर्ज की गई। लगातार 14 वर्षों तक राजस्थान से अक्टूबर में ही मानसून विदा हुआ है।