Edited By Rohini Oberoi,Updated: 18 Jul, 2025 08:38 AM

जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन (लैंडस्लाइड) के बाद गुरुवार को अमरनाथ यात्रा रोक दी गई। गंदरबल जिले में बालटाल मार्ग पर रायलपथरी के पास हुए भूस्खलन में जोधपुर की एक महिला श्रद्धालु सोना देवी की मौत हो गई। इस दुखद हादसे में तीन अन्य...
नेशनल डेस्क। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन (लैंडस्लाइड) के बाद गुरुवार को अमरनाथ यात्रा रोक दी गई। गंदरबल जिले में बालटाल मार्ग पर रायलपथरी के पास हुए भूस्खलन में जोधपुर की एक महिला श्रद्धालु सोना देवी की मौत हो गई। इस दुखद हादसे में तीन अन्य यात्री घायल भी हुए हैं। घटना के बाद बालटाल और पहलगाम के आधार शिविरों से अमरनाथ यात्रा को तुरंत रोक दिया गया।
भूस्खलन के बाद सैकड़ों तीर्थयात्री फंसे
भूस्खलन के कारण यात्रा मार्ग पर सैकड़ों लोग फंस गए थे। रायलपथरी और ब्रारमर्ग के बीच भूस्खलन में फंसे 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को सेना ने सुरक्षित निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। यह राहत कार्य चुनौतीपूर्ण मौसम स्थितियों के बीच किया गया।
दर्शन के बाद लौटते समय हुआ हादसा
परिजनों के अनुसार जोधपुर के चांदपोल के बाहर बड़ी भील बस्ती निवासी सोना देवी 8 जुलाई को श्रद्धालुओं के एक जत्थे के साथ बस से अमरनाथ महादेव के दर्शन के लिए निकली थीं। उनके साथ नौ अन्य महिलाएं भी थीं। दर्शन के बाद लौटते समय बालटाल मार्ग पर भारी बारिश के चलते अचानक भूस्खलन हो गया।
इस हादसे में सोना देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना के तुरंत बाद उन्हें बालटाल आधार शिविर के अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना अमरनाथ यात्रा की चुनौतियों और प्राकृतिक आपदाओं के जोखिम को उजागर करती है।
अब तक 2.47 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
अधिकारियों का कहना है कि मौसम की स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और अमरनाथ यात्रा दोबारा शुरू करने या रोकने पर निर्णय लिया जाएगा। बताया जाता है कि अब तक 2.47 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।
यह घटना उन चुनौतियों को दर्शाती है जिनका सामना अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं और प्रशासन दोनों को करना पड़ता है।