Edited By Shubham Anand,Updated: 27 Aug, 2025 07:43 PM

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सेनाओं से अपनी युद्ध तैयारियों को हर परिस्थिति के अनुरूप मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को छोटी लड़ाइयों से लेकर लंबी अवधि तक चलने वाले युद्धों के लिए...
नेशनल डेस्क: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सेनाओं से अपनी युद्ध तैयारियों को हर परिस्थिति के अनुरूप मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को छोटी लड़ाइयों से लेकर लंबी अवधि तक चलने वाले युद्धों के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए, चाहे वह युद्ध दो महीने का हो या पांच साल तक चले। रक्षा मंत्री महू स्थित आर्मी वॉर कॉलेज में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जिसमें सीडीएस जनरल अनिल चौहान, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी समेत भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
'युद्ध अब अप्रत्याशित हो गए हैं'
राजनाथ सिंह ने कहा, “आज के समय में युद्ध अचानक और अप्रत्याशित हो गए हैं। यह अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है कि युद्ध कब शुरू होगा और कितनी अवधि तक चलेगा। इसलिए भारतीय सशस्त्र बलों को दो महीने से लेकर पांच साल तक चलने वाले युद्ध के लिए भी तैयार रहना चाहिए।” रक्षा मंत्री ने साफ किया कि भारत की मंशा किसी की ज़मीन हथियाने की नहीं है, लेकिन अगर कोई हमारी भूमि पर आंख उठाएगा तो देश हर सीमा तक जाकर उसकी रक्षा करेगा।
“हमें किसी की जमीन नहीं चाहिए, लेकिन हम अपनी जमीन की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा अब केवल सेना की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह पूरे राष्ट्र का दायित्व बन गया है।”
आत्मनिर्भर भारत और जेट इंजन निर्माण की दिशा में प्रगति
रक्षा मंत्री ने भारत में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने की बात करते हुए कहा कि देश आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए इसे स्वदेशी प्लेटफॉर्म और हथियार प्रणालियों की सफलता करार दिया। उन्होंने कहा, “भारत में जेट इंजन निर्माण की दिशा में हम तेजी से प्रगति कर रहे हैं। हमें सूचना युद्ध और साइबर सुरक्षा के महत्व को समझना होगा और इन क्षेत्रों में अपनी क्षमताएं मजबूत करनी होंगी।”