Edited By Shubham Anand,Updated: 11 Nov, 2025 04:35 PM

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक बार फिर आतंकी कनेक्शन का मामला सामने आया है। श्रीनगर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आरोप में डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया है। उसके पास से AK-47 राइफल और संदिग्ध चैट रिकॉर्ड मिले हैं। जांच एजेंसियां उसके...
नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक बार फिर आतंकी कनेक्शन का मामला सामने आया है। श्रीनगर पुलिस ने हाल ही में सहारनपुर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया है। आदिल पर आरोप है कि उसने श्रीनगर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार वाले पोस्टर लगाए थे। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को AK-47 राइफल, कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और संदिग्ध चैट रिकॉर्ड बरामद हुए हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आदिल का संपर्क हरियाणा समेत कई राज्यों में सक्रिय नेटवर्क से हो सकता है। यह गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा सुराग साबित हो सकती है। यह पहला मौका नहीं है जब सहारनपुर का नाम किसी आतंकी संगठन से जुड़ा हो। पिछले कुछ वर्षों में यहां से जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, इंडियन मुजाहिदीन और AQIS जैसे संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पिछले मामलों पर नजर
साल 2018 में गंगोह से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े नदीम को पकड़ा गया था, जो पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स के संपर्क में था। इसके बाद देवबंद से जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) का सदस्य तल्हा गिरफ्तार हुआ। वहीं, लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी इनामुल और हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य उल्फत हुसैन उर्फ सैफुल भी सहारनपुर से ही पकड़े गए थे। फरवरी 2019 में जैश के शाहनवाज तेली और आकिब की गिरफ्तारी ने देशभर का ध्यान इस इलाके की ओर खींचा था। दोनों कश्मीरी युवक देवबंद में किराए पर रह रहे थे।
NIA और ATS की संयुक्त कार्रवाई
सहारनपुर से जुड़े कई मामलों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। नजीर अहमद, एजाज शेख और बिलाल खान जैसे नाम सामने आए, जिन पर आतंकी साजिश, फंडिंग और युवाओं को उकसाने के आरोप लगे। सितंबर 2025 में बिलाल खान की गिरफ्तारी बड़ी सफलता मानी गई। वह अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़ा था।
देवबंद ATS सेंटर बना सुरक्षा कवच
सहारनपुर में लगातार बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए योगी सरकार ने 2022 में देवबंद में ATS कमांड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया। यह केंद्र पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली और हरिद्वार जिलों में संदिग्ध नेटवर्क पर नजर रखता है और NIA व IB के साथ मिलकर कार्रवाई करता है। गुरुवार रात हुई डॉ. आदिल अहमद राठर की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। उसके संपर्कों की जांच की जा रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या उसका दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट से कोई संबंध है। फिलहाल सभी एजेंसियां इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।