Edited By Anu Malhotra,Updated: 05 Dec, 2025 09:29 AM

देश के हाईवे ट्रैफिक सिस्टम में बड़ा बदलाव तय माना जा रहा है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि अगले एक साल के भीतर पूरे भारत में पारंपरिक टोल बैरियर खत्म कर दिए जाएंगे। यानी आने वाले समय में वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकना...
नेशनल डेस्क: देश के हाईवे ट्रैफिक सिस्टम में बड़ा बदलाव तय माना जा रहा है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि अगले एक साल के भीतर पूरे भारत में पारंपरिक टोल बैरियर खत्म कर दिए जाएंगे। यानी आने वाले समय में वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकना नहीं पड़ेगा और हर वाहन का शुल्क स्वतः इलेक्ट्रॉनिक रूप से कट जाएगा।
10 स्थानों पर पायलट रन सफल, अब पूरे देश में विस्तार
गडकरी के अनुसार यह नई प्रणाली कई जगह पहले से लागू है और परीक्षण भी सफल रहा है। राष्ट्रव्यापी विस्तार के बाद राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा पहले की तुलना में अधिक तेज और बिना बाधा वाली होगी। मंत्री ने बताया कि फिलहाल 4500 राजमार्ग परियोजनाओं पर करीब 10 लाख करोड़ रुपये का काम चल रहा है और यह नया मॉडल परिवहन की गति को और बेहतर करेगा।
NETC और RFID: नए सिस्टम की रीढ़
डिजिटल टोलिंग के लिए NPCI ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (NETC) प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया है। इसमें वाहनों पर RFID स्टिकर लगाया जाता है, जो टोल प्लाजा से गुजरते ही बैंक खाते से राशि स्वतः डेबिट कर देता है। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि जाम और भीड़ जैसी समस्याएं भी काफी कम होंगी।
भविष्य के ईंधन पर जोर—हाइड्रोजन को बताया संभावनाओं का केंद्र
सड़क परिवहन के साथ पर्यावरणीय प्रभाव पर बात करते हुए गडकरी ने बताया कि सरकार वैकल्पिक ईंधन पर तेजी से काम कर रही है और हाइड्रोजन को भविष्य की ऊर्जा का महत्वपूर्ण विकल्प माना जा रहा है। इससे प्रदूषण कम करने और ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिलेगी।
दुर्घटना पीड़ितों के लिए बड़ी राहत—कैशलेस उपचार योजना
मंत्री ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए शुरू की गई कैशलेस हेल्थ स्कीम की जानकारी भी दी। इस योजना के तहत 1.5 लाख रुपये तक का उपचार बिना किसी भुगतान के उपलब्ध कराया जा रहा है। अभी तक 6,833 अनुरोधों में 5,480 लोगों को इस सुविधा का लाभ मिल चुका है।
ट्रैफिक सिस्टम में तकनीकी क्रांति की शुरुआत
डिजिटल टोलिंग और कैशलेस ट्रीटमेंट योजना मिलकर देश में सड़क परिवहन को आधुनिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही हैं। इससे न केवल यात्रियों का सफर आसान होगा, बल्कि दुर्घटना के समय मिलने वाली राहत भी तेज और सुविधाजनक बन जाएगी।