Edited By Anu Malhotra,Updated: 10 Dec, 2025 10:40 AM

अमेरिका में H-1B वीज़ा अप्लाई करने वाले कई भारतीय आवेदकों की उम्मीदें इस महीने ठंडे पानी में गिर गई हैं। अमेरिकी दूतावास ने मंगलवार रात एक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया कि जिन आवेदकों को पहले से अपॉइंटमेंट मिली थी और उन्हें पुनर्निर्धारित करने की...
नई दिल्ली: अमेरिका में H-1B वीज़ा अप्लाई करने वाले कई भारतीय आवेदकों की उम्मीदें इस महीने ठंडे पानी में गिर गई हैं। अमेरिकी दूतावास ने मंगलवार रात एक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया कि जिन आवेदकों को पहले से अपॉइंटमेंट मिली थी और उन्हें पुनर्निर्धारित करने की सूचना दी गई है, उन्हें पुराने दिन पर दूतावास आने पर प्रवेश नहीं मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, दिसंबर के मध्य से अंत तक निर्धारित कई इंटरव्यू अब मार्च 2026 तक स्थगित कर दिए गए हैं। अमेरिकी दूतावास ने स्पष्ट किया कि यदि कोई आवेदक पुराने निर्धारित दिन पर आता है, तो उसे इंटरव्यू के लिए प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
सोशल मीडिया वेरिफिकेशन के कारण हुई देरी
विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग ने H-1B वीज़ा आवेदकों और उनके H-4 आश्रितों के लिए सोशल मीडिया वेरिफिकेशन बढ़ा दिया है। अब सभी आवेदकों को अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल “पब्लिक” मोड में रखना होगा, ताकि उनके ऑनलाइन व्यवहार की समीक्षा की जा सके। यह प्रक्रिया 15 दिसंबर से शुरू हो रही है और इसका उद्देश्य यह पहचानना है कि कौन सा आवेदक अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है। कई कानूनी विशेषज्ञों ने कहा कि दूतावास ने कुछ अपॉइंटमेंट्स रद्द कर मार्च तक पुनर्निर्धारित किए हैं, ताकि सोशल मीडिया जांच पूरी की जा सके।
H-1B प्रोग्राम पर बढ़ती जांच और नए नियम
यह कदम H-1B वीज़ा प्रोग्राम पर बढ़ते निरीक्षण का हिस्सा है। अमेरिकी प्रशासन ने सितंबर में नए H-1B वीज़ा पर एक बार का $1,00,000 शुल्क लगाया था, जो भारतीय पेशेवरों के लिए बड़ा प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा, अमेरिका ने कुछ “सिक्योरिटी चिंताजनक देशों” के आवेदकों के लिए ग्रीन कार्ड, नागरिकता और अन्य इमिग्रेशन प्रक्रियाओं को भी अस्थायी रूप से रोक दिया है।
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने स्पष्ट किया कि हर वीज़ा निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा एक निर्णय है। सोशल मीडिया स्क्रीनिंग इस प्रोग्राम की नई जांच प्रक्रिया का हिस्सा है, जो छात्रों और एक्सचेंज विज़िटर्स पर पहले से लागू थी।