Edited By Pardeep,Updated: 22 Aug, 2025 05:43 AM

सरकारी बैंक IDBI अब जल्द ही पूरी तरह से प्राइवेट बैंक बनने जा रहा है। सरकार और एलआईसी (LIC) की साझा हिस्सेदारी वाला ये बैंक अब निजी हाथों में सौंपे जाने की प्रक्रिया के अंतिम दौर में है। गुरुवार को इस खबर के बाद बैंक के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा...
नेशनल डेस्कः सरकारी बैंक IDBI अब जल्द ही पूरी तरह से प्राइवेट बैंक बनने जा रहा है। सरकार और एलआईसी (LIC) की साझा हिस्सेदारी वाला ये बैंक अब निजी हाथों में सौंपे जाने की प्रक्रिया के अंतिम दौर में है। गुरुवार को इस खबर के बाद बैंक के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी भी बढ़ी है। आइए विस्तार से जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम को:
क्यों हो रहा है IDBI बैंक का निजीकरण?
IDBI बैंक का निजीकरण सरकार के विनिवेश कार्यक्रम का हिस्सा है।
इसका मकसद है:
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सरकार की हिस्सेदारी घटाना
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बैंकों में पेशेवर प्रबंधन लाना
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बैंकिंग सेक्टर में प्रतिस्पर्धा और दक्षता बढ़ाना
दीपम (विनिवेश विभाग) के सचिव अरुणीश चावला ने बताया कि:“हम निजीकरण के अंतिम चरण में हैं। इच्छुक निवेशकों को योग्य घोषित किया जा चुका है और वैल्यूएशन लगभग तय कर लिया गया है।”
सरकार और LIC की कितनी हिस्सेदारी है?
IDBI में सरकार और LIC की कुल हिस्सेदारी – 95%। इसमें से 60.72% हिस्सेदारी बिक्री के लिए तय की गई है। यह बिक्री एक बार में नहीं होगी, बल्कि चरणों में हो सकती है। इसका मतलब है कि बैंक जल्द ही सरकारी नियंत्रण से बाहर हो जाएगा।
शेयर बाजार में क्या हुआ असर?
IDBI बैंक के शेयर ने गुरुवार को जबरदस्त तेजी दिखाई:
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शेयर 10% चढ़कर ₹99.08 तक पहुंचा
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ट्रेडिंग वॉल्यूम 20.83 लाख शेयर पार कर गया (जो सामान्य से 6 गुना ज़्यादा है)
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बैंक का कुल मार्केट कैप 1.05 लाख करोड़ रुपये के पास पहुंच गया
क्या आपका पैसा सुरक्षित रहेगा?
हां, खाताधारकों को घबराने की जरूरत नहीं है।
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निजीकरण के बाद बैंक का संचालन पेशेवर तरीके से होगा
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सभी सेवाएं जारी रहेंगी
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आपके खाते, जमा, FD या ट्रांजैक्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा
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RBI की निगरानी हमेशा बनी रहेगी
इससे बैंक की सेवाओं में सुधार और तकनीकी नवाचार देखने को मिल सकते हैं।
आगे क्या होगा?
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सरकार जल्द ही अंतिम बोलीदाताओं के नाम सार्वजनिक कर सकती है
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यदि डील तय हो जाती है, तो 2025 की शुरुआत में IDBI पूरी तरह निजी हाथों में जा सकता है
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यह डील बैंकिंग सेक्टर के लिए एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है