Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Dec, 2025 11:53 AM

चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक तेजी देखने को मिल रही है। पहली बार चांदी का भाव ₹2.5 लाख प्रति किलो के पार पहुंच गया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह $66 प्रति औंस के आस-पास कारोबार कर रही है। इसके उलट कच्चे तेल की कीमतों में कमजोरी बनी हुई है। WTI...
बिजनेस डेस्कः Silver Break Record 1980 चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक तेजी देखने को मिल रही है। पहली बार चांदी का भाव ₹2.5 लाख प्रति किलो के पार पहुंच गया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह $66 प्रति औंस के आस-पास कारोबार कर रही है। इसके उलट कच्चे तेल की कीमतों में कमजोरी बनी हुई है। WTI क्रूड $55.93 प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड $59.71 प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है।
यह 1980 के बाद पहली बार है जब चांदी की कीमत कच्चे तेल से ऊपर निकल गई है। साल 2022 के मध्य में WTI क्रूड की कीमत चांदी से करीब 5.5 गुना ज्यादा थी लेकिन इसके बाद से तस्वीर पूरी तरह बदल गई। इस अवधि में चांदी की कीमत में करीब 206% की तेजी आई है, जबकि कच्चे तेल के दामों में 44% की गिरावट दर्ज की गई है।
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कच्चे तेल के लिए यह साल महामारी के बाद सबसे खराब वर्षों में से एक माना जा रहा है, वहीं चांदी के लिए यह 1979 के बाद का सबसे बेहतर साल साबित हो रहा है। साल 2025 में अब तक चांदी की कीमत में करीब 115% की बढ़त दर्ज की जा चुकी है। दिलचस्प बात यह है कि चांदी की कुल वैल्यूएशन माइक्रोसॉफ्ट से भी ऊपर पहुंच गई है और यह अब दुनिया की पांचवीं सबसे वैल्यूएबल एसेट बन चुकी है।
MCX पर चांदी का हाल
घरेलू वायदा बाजार MCX पर आज चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। 5 मार्च डिलीवरी वाली चांदी ₹7686 या 3.77% की तेजी के साथ ₹2,05,441 प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी। पिछले सत्र में यह ₹1,97,755 पर बंद हुई थी, जबकि आज की शुरुआत ₹1,99,201 पर हुई। कारोबार के दौरान चांदी का निचला स्तर ₹1,99,201 और ऊपरी स्तर ₹2,06,111 रहा।
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क्यों बढ़ रही है चांदी की कीमत?
जानकारों के मुताबिक, चांदी की कीमतों में यह तेजी इंडस्ट्रियल डिमांड की वजह से देखने को मिल रही है। इलेक्ट्रिक व्हीकल, सोलर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में बढ़ती खपत ने चांदी की मांग को मजबूत किया है, जिससे आने वाले समय में कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद मजबूती बने रहने की उम्मीद जताई जा रही है।