Edited By ,Updated: 09 Nov, 2016 09:30 AM

शहर में खराब ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर ट्रैफिक पुलिस हमेशा लोगों के निशाने पर रही है।
चंडीगढ़(कुलदीप) : शहर में खराब ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर ट्रैफिक पुलिस हमेशा लोगों के निशाने पर रही है। पब्लिक की लगातार शिकायत के बाद पंजाब केसरी टीम ने मंगलवार को शहर के कुछ ऐसी सड़कों पर रिएलिटी चैकिंग की, जहां वाहन चालक धड़ल्ले से ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने के साथ सड़क हादसों को रोजाना न्यौता देते हैं। वाहन चालकों के रॉन्ग टर्न व साइड मारकर जाने के बावजूद ट्रैफिक पुलिस का कोई एक्शन नहीं है। पंजाब केसरी से बातचीत में स्थानीय लोगों ने ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही को ऐसे हादसों की वजह बताया।
ये हैं हालात : सैक्टर-39 थाना व मलोया रोड का टर्न
सैक्टर-39 थाना से सत्संग भवन, मलोया, तोगां पिंड की ओर जाने वाली सभी गाडिय़ां थाने से 200 मीटर की दूरी पर बेधड़क रॉन्ग टर्न मारकर जाती हैं। बस जैसे बड़े वाहन भी ऐसा ही करते हैं। इससे अपनी साइड से आने वाले वाहन चालकों को हादसे की चपेट में आने का डर रहता है। 1 अप्रैल, 2012 को कार हादसे में बी.जे.पी. पार्षद लक्ष्मी देवी की हेड इंजरी के कारण 2 मई को मौत हो गई थी। स्थानीय निवासी विक्रमजीत ने बताया कि हफ्ते में 2-3 बार वाहन टकराने की घटनाएं होती रहती हैं।
सैक्टर-25 चौक :
सैक्टर-25 चौक की तरफ से रॉन्ग टर्न लेकर कई वाहन चालक यू.आई.ई.टी. के अंदर, सैक्टर-25 की ओर जाते हैं। हैरानी की बात है कि इस चौक पर सुबह 10 बजे से शाम तक ट्रैफिक पुलिस चालान काटते नजर आती है लेकिन रॉन्ग टर्न करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। यू.आई.ई.टी. में पढऩे वाले स्टूडैंट जतिन ने बताया कि रोजाना गाडिय़ां निकालते समय रॉन्ग साइड वालों से डर बना होता है। गेट से निकलकर स्लीप रोड में टर्न लेना काफी मुश्किल का काम होता है। आए दिन हादसे हो रहे हैं।
हल्लोमाजरा लाइट प्वाइंट :
जीरकपुर-चंडीगढ़ रोड़ पर हल्लोमाजरा लाइट प्वाइंट के पास बाइक सवारों के लिए बने स्लीप रोड पर बड़े वाहन चालक रॉन्ग टर्न मारकर निकल जाते हैं। जीरकपुर-चंडीगढ़ की यह सड़क काफी व्यस्त होती है। उस रास्ते पर टर्न मारने के लिए आगे जाकर जीरकपुर बॉर्डर से कट लेना पड़ता है। इसी से बचने के लिए वाहन चालक शॉर्ट में काम निपटा लेते हैं और किसी की जान की परवाह नहीं करते।