Edited By Seema Sharma,Updated: 23 May, 2020 04:03 PM
जाना था जापान पहुंच गए चीन समझ गए न''...यह गाना मुंबई से गोरखपुर रवाना हुई एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन पर पूरी तरह से फिट बैठता है। दरअसल मुंबई से रवाना हुई वसई रोड-गोरखपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गोरखपुर जानी थी लेकिन यह ओडिशा के राउरकेला पहुंच गई। 21 मई को...
नेशनल डेस्कः 'जाना था जापान पहुंच गए चीन समझ गए न'...यह गाना मुंबई से गोरखपुर रवाना हुई एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन पर पूरी तरह से फिट बैठता है। दरअसल मुंबई से रवाना हुई वसई रोड-गोरखपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गोरखपुर जानी थी लेकिन यह ओडिशा के राउरकेला पहुंच गई। 21 मई को मुंबई से गोरखपुर के लिए रवाना हुई इस ट्रेन को शॉर्टेस्ट रूट से गुजरना था लेकिन रेलवे ने इसका रूट बदलकर काफी लंबा कर दिया और यह ट्रेन 8 राज्यों का चक्कर काटकर ओडिशा के राउरकेला पहुंची। रेलवे ने इस पर कहा कि भारी ट्रैफिक कारण यह बदलाव किया गया ।
इस ट्रेन के लिए कल्याण, भुसावल, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, नैनी, दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन होते हुए गोरखपुर पहुंचना लेकिन अब रेलवे ने कहा कि ट्रेन के मौजूदा रूट में भारी ट्रैफिक के कारण यह बदलाव किया गया है। वहीं रेलवे की सफाई पर भी सवाल उठ रहे हैं कि लॉकडाउन के कारण देश में रेल सेवा स्थगित है। अभी तो महज कुछ ट्रेनें ही चल रही हैं। इसलिए किसी भी रूट पर भारी ट्रैफिक का सवाल ही पैदा नहीं होता लेकिन रेलवे का कोई अधिकारी इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। बता दें कि प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई गई थीं। रेलवे ने 1 मई से 2,317 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए 31 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का दावा किया है।