Edited By vasudha,Updated: 17 Jul, 2021 08:40 AM
कोरोना के फिर से बढ़ते मामलों का डर कई राज्यों में दिखाई दे रही है। कोरोना वायरस पर रोकथाम लगाने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है। वहीं गुजरात सरकार ने भी आठ शहरों में रात्रि कर्फ्यू को और बढ़ाने का फैसला लिया है।...
नेशनल डेस्क: कोरोना के फिर से बढ़ते मामलों का डर कई राज्यों में दिखाई दे रही है। कोरोना वायरस पर रोकथाम लगाने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है। वहीं गुजरात सरकार ने भी आठ शहरों में रात्रि कर्फ्यू को और बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके अलावा त्रिपुरा में भी सप्ताहांत कर्फ्यू का ऐलान हो गया है।
ईद-उल-जुहा को मनाने पर भी रोक
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने शुक्रवार को नई गाइडलाइंस जारी की है, जिसके तहत राज्य में कांवड़ यात्रा व उसके बाद के महीनों में होने वाले अन्य धार्मिक आयोजनों पर रोक रहेगी। सार्वजनिक स्थानों पर ईद-उल-जुहा को मनाने पर भी रोक लगा दी गई है। राजस्थान सरकार ने सावन में कांवड़ यात्रा व उसके बाद के महीनों में होने वाले अन्य धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा दी है। सरकार ने कोरोना महामारी के मद्देनजर इन आयोजनों में भीड़ होने से संभावित संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया है।
गुजरात में 12 दिनों तक बढ़ाया गया नाइट कर्फ्यू
वहीं गुजरात में रात्रि कर्फ्यू 12 और दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है, जबकि वाटर पार्क एवं स्वीमिंग पूल को 20 जुलाई से 60 फीसदी क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति दी गई है। राज्य सरकार की तरफ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, सूरत, भावनगर, जामनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में 20 जुलाई तक रात दस बजे से सुबह छह बजे तक जारी कर्फ्यू को बढ़ाकर एक अगस्त की सुबह तक कर दिया गया है।
त्रिपुरा में बढ़ी पाबंदियां
त्रिपुरा सरकार ने राज्य में कोविड -19 की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने के बाद शनिवार और रविवार को सप्ताहांत कर्फ्यू लागू करने के अलावा अगरतला नगर निगम और 11 अन्य शहरों अथवा शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में दिन के कर्फ्यू को 19 जुलाई से 23 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया है। सप्ताहांत कर्फ्यू 17 जुलाई सुबह छह बजे से 19 जुलाई सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। दरअसल, पूर्वोत्तर राज्य में हाल के सप्ताहों में कोविड-19 के नये मामलों और इसके संक्रमण के कारण होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि देखी गयी है।