Edited By Tanuja,Updated: 13 Apr, 2020 09:25 AM
कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए कई देशों में लंबे समय से लॉकडाउन लागू है। लोगों को कुछ राहत देने के लिए इसे हटाने या बढ़ाने की चर्चा के बीच विश्व ...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए कई देशों में लंबे समय से लॉकडाउन लागू है। लोगों को कुछ राहत देने के लिए इसे हटाने या बढ़ाने की चर्चा के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO ) ने चेतावनी दी है कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को जल्दबाजी में हटाने के घातक परिणाम हो सकते हैं।WHO के महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयसस ने कहा कि कुछ देश प्रतिबंध में ढील देने की योजना बना रहे हैं लेकिन एक साथ पाबंदियां हटाने से महामारी दोबारा फैल सकती है।
वैक्सीन आने तक लॉकडाउन रहने की सलाह
चीन में हुए एक अध्ययन में कहा गया है कि वायरस की वैक्सीन मिलने तक लॉकडाउन नहीं हटाना चाहिए। लैंसेट जर्नल में छपे अध्ययन के अनुसार,बिना पूरी तैयारी किए प्रतिबंध हटाना नए सिरे से संक्रमण का तूफान ला सकता है। वहीं, विश्व बैंक ने रविवार को कहा, घर लौट रहे प्रवासी मजदूर अप्रभावित राज्यों में खतरा बढ़ा सकते हैं। अपनी द्विवार्षिक रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कहा कि शुरुआती परिणाम दिखाते हैं कि भारत के जिन इलाकों में ये लोग लौट रहे हैं वहां कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं। दक्षिण एशिया में संक्रमण रोकना बड़ी चुनौती है।
भारत में संक्रमण को तीसरे चरण में रोकने में जुटी सरकार
भारत में संक्रमण को तीसरे चरण में पहुंचने से रोकने के लिए केंद्र सरकार लॉकडाउन के दौरान देशभर में हॉट स्पॉट की पहचान में जुटी है। इन क्षेत्रों को सील कर उनमें अधिकतम जांच की जाएगी। वायरस को तेजी से फैलने से रोकने में अप्रैल का दूसरा पखवाड़ा अहम है। केंद्र व राज्य सरकारें सख्ती से काम करेंगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके इसके लिए सरकार ऑपरेशन शील्ड चला रही है। सोमवार से कोरोना हॉट स्पॉट इलाके में सेनेटाइजेशन ड्राइव (स्वच्छीकरण अभियान) शुरू होगा। हॉट स्पॉट क्षेत्रों को दो जोन ऑरेंज और रेड में बांटकर चलाया जाएगा।