Edited By Shubham Anand,Updated: 05 Nov, 2025 07:49 PM
किडनी में पथरी तब बनती है जब मिनरल्स आपस में चिपककर ठोस क्रिस्टल बना लेते हैं। शुरू में छोटी होने वाली ये पथरी समय के साथ बड़ी होकर यूरिन नली को ब्लॉक कर सकती है, जिससे दर्द, पेशाब में जलन और इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है। डॉक्टरों के मुताबिक कम पानी,...
नेशनल डेस्क : आज के बदलते लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से किडनी स्टोन यानी किडनी में पथरी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार, किडनी में मिनरल्स के जमा होकर एक-दूसरे से चिपकने पर छोटे या बड़े ठोस क्रिस्टल बन जाते हैं, जिन्हें पथरी कहा जाता है। शुरू में ये छोटे आकार के होते हैं, लेकिन समय के साथ बड़े टुकड़ों में बदल जाते हैं और यूरिन नली में फंसकर तेज दर्द, पेशाब में जलन और ब्लॉकेज जैसी समस्या पैदा करते हैं।
चार प्रकार की होती है किडनी स्टोन
किडनी स्टोन चार प्रमुख प्रकार की होती है। कैल्शियम स्टोन, यूरिक एसिड स्टोन, स्ट्रूवाइट स्टोन और सिस्टीन स्टोन। हर प्रकार की पथरी बनने का कारण अलग होता है। अगर समय रहते पहचान और इलाज न हो, तो ये पथरी किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है और बार-बार दोबारा लौट भी सकती है।
किडनी स्टोन के प्रमुख लक्षण
किडनी में पथरी का सबसे आम लक्षण कमर, बाजू या पेट के निचले हिस्से में तेज, चुभन वाला दर्द है, जो अचानक शुरू होता है और बढ़ता-घटता रहता है। इसके अलावा पेशाब में जलन, पेशाब में खून आना, बदबूदार पेशाब, बार-बार पेशाब आने की इच्छा, उल्टी, मतली और बेचैनी जैसे लक्षण भी आम हैं।
रात या सुबह के समय दर्द अधिक तेज महसूस हो सकता है। अगर पथरी बड़ी हो जाए तो यह यूरिन नली को ब्लॉक कर सकती है, जिससे पेशाब रुक सकता है और इंफेक्शन बढ़ सकता है। बुखार या ठंड लगने लगे तो यह संक्रमण का संकेत है और तत्काल डॉक्टर से जांच कराना जरूरी होता है।
तीन बड़े कारण
सफदरजंग अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर हिमांशु वर्मा बताते हैं कि किडनी स्टोन के तीन प्रमुख कारण हैं —
कम पानी पीना: यूरिन गाढ़ा हो जाता है, जिससे मिनरल्स आसानी से जमा हो जाते हैं।
ज्यादा नमक का सेवन: शरीर में सोडियम बढ़ने से किडनी कैल्शियम अधिक बाहर निकालती है, जिससे कैल्शियम स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।
मेटाबॉलिज्म में असंतुलन: कुछ लोगों में यूरिक एसिड या ऑक्सलेट ज्यादा बनता है, जो जमा होकर पथरी बनाता है।
अन्य कारण भी हैं जिम्मेदार
परिवार में पथरी का इतिहास, मोटापा, ज़्यादा मीठा या प्रोसेस्ड खाना, ज़्यादा चाय-कॉफी, हाई प्रोटीन डाइट, पेशाब रोकना, कुछ दवाओं का लंबे समय तक सेवन, डायबिटीज, हाई बीपी और हाई यूरिक एसिड जैसी स्थितियाँ भी किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ाती हैं।
कैसे करें बचाव?
रोज़ाना 8–9 गिलास पानी पिएं।
नमक और पैकेज्ड फूड का सेवन कम करें।
ऑक्सलेट से भरपूर चीज़ें (जैसे पालक, चाय, नट्स) संतुलित मात्रा में लें।
कैल्शियम का सेवन डॉक्टर की सलाह अनुसार करें।
पेशाब न रोकें और समय पर करें।
यूरिक एसिड और मिनरल्स बैलेंस की नियमित जांच कराते रहें।