Edited By Mamta Yadav,Updated: 11 Oct, 2025 03:04 PM

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता का लाभ लेने की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार, योगी आदित्यनाथ अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से बिहार में चुनाव प्रचार शुरू कर सकते हैं और 20 से अधिक...
Lucknow News: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता का लाभ लेने की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार, योगी आदित्यनाथ अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से बिहार में चुनाव प्रचार शुरू कर सकते हैं और 20 से अधिक जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
योगी की उपस्थिति से एनडीए को स्पष्ट लाभ
बीजेपी की रणनीति में योगी आदित्यनाथ को प्रमुख चेहरा बनाने का निर्णय लिया गया है, खासकर बिहार के उन इलाकों में जहां उत्तर प्रदेश से सामाजिक और सांस्कृतिक समानताएं हैं। उत्तर बिहार और मध्य बिहार के कई जिलों में योगी के कार्यक्रम निर्धारित किए जा रहे हैं, जिनमें सीतामढ़ी और मिथिलांचल क्षेत्र शामिल हैं। माना जा रहा है कि इन इलाकों में योगी की उपस्थिति से एनडीए को स्पष्ट लाभ हो सकता है।
अवध और मिथिला के ऐतिहासिक संबंधों का भी होगा लाभ
सीतामढ़ी जिले के पुनौरा में जानकी माता के भव्य मंदिर निर्माण कार्य को ध्यान में रखते हुए, योगी आदित्यनाथ का यहां प्रचार करना सांस्कृतिक दृष्टि से भी प्रभावी माना जा रहा है। बता दें कि मिथिला और अवध के बीच सांस्कृतिक रिश्ते ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं, और बीजेपी इन्हीं भावनाओं को भुनाने की योजना में है।
हिंदुत्व की छवि और तेज़ भाषण शैली से मिलेगा समर्थन
एनडीए की रणनीति यह भी मानती है कि योगी आदित्यनाथ की साफ-सुथरी और सख्त प्रशासक की छवि, उनके आक्रामक और ओजस्वी भाषणों के साथ, मतदाताओं को प्रभावित कर सकती है। हिंदुत्व से जुड़ी उनकी पहचान और ‘विकास पुरुष’ के रूप में उनका चेहरा, बीजेपी को अतिरिक्त राजनीतिक धार दे सकता है।
आधिकारिक कार्यक्रम जल्द होगा घोषित
हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से औपचारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन योगी आदित्यनाथ के रैली कार्यक्रम की रूपरेखा लगभग तय कर ली गई है। 6 और 11 नवंबर को बिहार में मतदान होना है और इससे पहले योगी की सभाओं से माहौल बनाने की कोशिश की जाएगी।