‘कर्नाटक सरकार में’ ‘उठने लगे असंतोष के स्वर’

Edited By ,Updated: 25 May, 2023 04:45 AM

voices of discontent started rising  in karnataka government

हालांकि कर्नाटक में कांग्रेस ने भारी बहुमत से सरकार तो बना ली है, परंतु वहां सत्ता में भागीदारी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। बेशक कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने सोनिया गांधी के कहने पर उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करके कहा है...

हालांकि कर्नाटक में कांग्रेस ने भारी बहुमत से सरकार तो बना ली है, परंतु वहां सत्ता में भागीदारी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। बेशक कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने सोनिया गांधी के कहने पर उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करके कहा है कि वह पार्टी के निर्णय से ‘खुश’ हैं। 

शिवकुमार की नाराजगी का संकेत हाल ही में उनके द्वारा वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एम.एस. कृष्णा के पैर छूकर आशीर्वाद लेने से मिलता है, जबकि शिवकुमार के भाई डी.के. सुरेश उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाने पर खुलेआम अप्रसन्नता व्यक्त कर चुके हैं। यहीं पर बस नहीं, प्रदेश की नवगठित सरकार के मंत्री एम.बी. पाटिल ने यह कह कर कांग्रेस में हलचल पैदा कर दी है कि सिद्धारमैया पूरे 5 वर्ष की अवधि के लिए मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे। 

पाटिल के बयान से अप्रसन्न दिखे शिवकुमार ने तो सिर्फ इतना कहा है कि इसे आलाकमान देखेगा लेकिन उनके भाई सुरेश ने पाटिल के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा, ‘‘मैं भी तीखी बातें कह सकता हूं तथा पाटिल के बयान का जवाब दे सकता हूं, परंतु मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए।’’ 

स्पष्ट है कि कर्नाटक की नवगठित कांग्रेस सरकार में असंतोष के हल्के-हल्के स्वर उठने लगे हैं। अत: कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को समय रहते इसे शांत करना चाहिए ताकि राज्य सरकार सुचारू रूप से अपना कार्यकाल पूरा कर सके।—विजय कुमार 

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!