Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 May, 2025 01:27 PM

अप्रैल 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में नकदी का स्तर लगातार पांचवें महीने बढ़ा है। वैश्विक व्यापार में जारी अनिश्चितता और बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए फंड प्रबंधक सतर्क रुख अपना रहे हैं और नए निवेश में संयम बरत रहे हैं।
बिजनेस डे्सकः अप्रैल 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में नकदी का स्तर लगातार पांचवें महीने बढ़ा है। वैश्विक व्यापार में जारी अनिश्चितता और बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए फंड प्रबंधक सतर्क रुख अपना रहे हैं और नए निवेश में संयम बरत रहे हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, 30 अप्रैल तक 20 प्रमुख एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (एएमसी) की इक्विटी योजनाओं में नकदी कुल पोर्टफोलियो का औसतन 7.2% थी। यह मार्च में 6.9% और फरवरी में 6.8% रही थी। अप्रैल में कुल नकदी का स्तर मई 2021 के बाद से सबसे अधिक था।
वहीं, बीएनपी पारिबा की एक अलग रिपोर्ट में कहा गया कि समग्र उद्योग स्तर पर नकदी अनुपात 6.1% रहा, जो प्रबंधन अधीन कुल परिसंपत्तियों (AUM) के हिसाब से देखा गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह नकदी स्तर दर्शाता है कि फंड मैनेजर्स फिलहाल बाजार की चाल को लेकर रूको और देखो की नीति अपना रहे हैं। वे पूरी तरह से निवेशित बने रहने के बजाय नकदी बचाकर भविष्य में संभावित बाजार गिरावट पर खरीदारी के अवसर तलाशना चाहते हैं।
पराग पारेख फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज के पास सर्वाधिक नकदी थी, जो उनके पोर्टफोलियो का 23.6% हिस्सा है। इसके अलावा अन्य तीन फंड हाउस भी 10% या उससे अधिक नकदी के साथ सतर्क स्थिति में हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि नकदी स्तर में यह वृद्धि केवल सतर्कता ही नहीं, बल्कि पोर्टफोलियो रिबैलेंसिंग, निवेशकों की ओर से अंतिम दिनों में किए गए निवेश या रिडेम्प्शन और बाजार मूल्य में बदलाव के चलते भी हो सकती है।