Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Aug, 2025 05:49 PM

भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाए जाने के बाद केंद्र सरकार, निजी क्षेत्र और अन्य स्टेकहोल्डर्स मिलकर प्रभावित निर्यात क्षेत्रों को सहारा देने के लिए सक्रियता...
बिजनेस डेस्कः भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाए जाने के बाद केंद्र सरकार, निजी क्षेत्र और अन्य स्टेकहोल्डर्स मिलकर प्रभावित निर्यात क्षेत्रों को सहारा देने के लिए सक्रियता से काम कर रहे हैं। अमेरिका ने 27 अगस्त से भारतीय सामानों पर कुल 50% टैरिफ लागू कर दिया है, जिसके बाद सरकार ने तात्कालिक रणनीति तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
नागेश्वरन ने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) के एक वर्चुअल कार्यक्रम में बताया कि पिछले कुछ दिनों से सरकार की ओर से निर्यातकों, उद्योग संगठनों और निजी क्षेत्र की एजेंसियों के साथ लगातार चर्चा हो रही है। उनका कहना है कि मुख्य लक्ष्य प्रभावित क्षेत्रों को समय पर वित्तीय व नीतिगत सहायता देना है ताकि वे संकट से उबरकर और मजबूत हो सकें। हालांकि, उन्होंने विस्तृत योजना का खुलासा नहीं किया।
जीडीपी आंकड़ों से मिला भरोसा
CEA ने कहा कि मौजूदा आर्थिक चुनौतियों के बीच ताजा जीडीपी आंकड़े सकारात्मक संकेत दे रहे हैं। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में स्थिर कीमतों पर वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7.8% रही, जबकि नाममात्र जीडीपी 8.8% बढ़ी। यह अनुमानित 8–8.2% से अधिक है और लगभग 9% तक पहुंचना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
नागेश्वरन ने जोर देकर कहा कि ऐसे संकट अक्सर समाज और अर्थव्यवस्था के सभी वर्गों को एकजुट करने और तेजी से कदम उठाने के लिए प्रेरित करते हैं, जो सामान्य परिस्थितियों में देर से उठाए जाते हैं।