Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Jul, 2025 03:18 PM

अगर आप रोज़ाना PhonePe, Google Pay या Paytm जैसे UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 अगस्त 2025 से आपके लिए कुछ जरूरी बदलाव लागू हो जाएंगे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ट्रांजैक्शन सिस्टम को तेज और सुरक्षित बनाने के लिए कई नई...
बिजनेस डेस्कः अगर आप रोज़ाना PhonePe, Google Pay या Paytm जैसे UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 अगस्त 2025 से आपके लिए कुछ जरूरी बदलाव लागू हो जाएंगे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ट्रांजैक्शन सिस्टम को तेज और सुरक्षित बनाने के लिए कई नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन बदलावों का सीधा असर आपकी रोज़ की डिजिटल बैंकिंग पर पड़ेगा।
जानिए 7 अहम बदलाव
1. बैलेंस चेक की लिमिट
अब किसी एक ऐप से दिन में केवल 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेंगे। ये लिमिट इसलिए लगाई गई है ताकि बार-बार की बैलेंस रिक्वेस्ट से सिस्टम पर लोड न पड़े। आम यूजर्स के लिए ये लिमिट काफी है और इससे सर्वर की स्पीड भी बेहतर होगी।
2. लिंक्ड बैंक अकाउंट्स चेक करने की सीमा
एक दिन में सिर्फ 25 बार मोबाइल नंबर से लिंक बैंक अकाउंट्स की जानकारी देख सकेंगे।
3. ऑटो-डेबिट का टाइम स्लॉट तय
Netflix, SIP जैसी सेवाओं की पेमेंट केवल तीन स्लॉट में होगी...
- सुबह 10 बजे से पहले
- दोपहर 1 से 5 बजे
- रात 9:30 बजे के बाद
4. फेल पेमेंट की स्टेटस चेकिंग सीमित
फेल ट्रांजैक्शन का स्टेटस दिन में सिर्फ 3 बार चेक कर सकते हैं और हर बार 90 सेकंड का अंतर जरूरी होगा।
5. ट्रांजैक्शन की स्पीड पहले ही बढ़ चुकी
जून 2025 से UPI ट्रांजैक्शन का रिस्पॉन्स टाइम कम हुआ है –
- पेमेंट के लिए 15 सेकंड
- फेल पेमेंट के लिए 10 सेकंड
6. असली रिसीवर का नाम पहले दिखेगा
30 जून 2025 से पैसे भेजने से पहले रिसीवर का रजिस्टर्ड नाम ऐप पर दिखाया जा रहा है, जिससे फ्रॉड के मामलों में भारी कमी आई है।
7. चार्जबैक लिमिट भी लागू
अब हर महीने अधिकतम 10 बार चार्जबैक किया जा सकता है और किसी एक यूजर/कंपनी के खिलाफ सिर्फ 5 बार।