बाजार में धड़ल्ले से चल रहे हैं 500 के जाली नोट, ऐसे पहचाने असली-नकली का फर्क

Edited By Isha,Updated: 12 Jan, 2019 10:33 AM

rs 500 currency notes fake or misprint reserve bank of india

साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद से बाजार में धड़ल्ले से नकली नोट चल रहे हैं। बैंक अधिकारियों ने इस मामले संबंधी अपने स्टाफ को पहले से अधिक सतर्कता बरतने का आदेश दे दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था में

नई दिल्ली: साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद से बाजार में धड़ल्ले से नकली नोट चल रहे हैं। बैंक अधिकारियों ने इस मामले संबंधी अपने स्टाफ को पहले से अधिक सतर्कता बरतने का आदेश दे दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था में सेंध लग गई है जिस कारण धड़ल्ले से नकली नोटों का व्यापार चल रहा है। इस संबंध में आर.बी.आई. से लेकर बैंक तक सतर्क हो गए हैं। गौरतलब है कि 8 नवम्बर 2016 को नोटबंदी के बाद सरकार ने यह भी दलील दी थी कि नोटबंदी से नकली नोट रखने एवं बनाने वालों को झटका लगेगा।
PunjabKesari
नकली नोटों पर रिजर्व बैंक के स्पैलिंग गलत
रिपोर्ट के मुताबिक नकली नोटों का इस्तेमाल बैंक कर्मचारियों से लेकर आम जनता तक के लिए परेशानी का सबब बन गया है। देश के एक बड़े पब्लिक सैक्टर बैंक के अधिकारी ने इस पर कहा कि बाजार में 500 रुपए के नकली नोट सर्कुलेट हो रहे हैं जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आर.बी.आई.) के स्पैलिंग गलत हैं। इन नकली नोटों पर reserve bank of india  की जगह resurve bank of india  लिखा हुआ है। इस संबंधी ए.टी.एम. में नकदी प्रबंधन का जिम्मा संभालने वाली सेवा प्रदाताओं को भी सतर्क कर दिया गया है।
PunjabKesari
वित्त वर्ष 2018 में पकड़े गए थे 5,22,783 नकली नोट
पिछले साल अगस्त माह में आर.बी.आई. ने कहा था कि वित्त वर्ष 2018 में कुल 5,22,783 नकली नोटों को सिस्टम से निकाला गया है। इसमें से केन्द्रीय बैंक के अतिरिक्त 63.9 प्रतिशत नोटों को बैंकों ने पहचान लिया था। ध्यान देने वाली बात है कि वित्त वर्ष 2018 के पहले वाले वित्त वर्ष में कुल पहचान किए जाने वाले नकली नोटों की संख्या काफी कम थी। वित्त वर्ष 2017 में केवल 4.3 प्रतिशत नकली नोटों की ही पहचान की गई थी।
PunjabKesari

 

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!