Edited By Supreet Kaur,Updated: 08 Nov, 2019 12:21 PM
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए बड़ा ऐलान किया है। बैंक ने चालू वित्त वर्ष में लगातार सातवीं बार ब्याज दरों में कटौती कर ...
नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए बड़ा ऐलान किया है। बैंक ने चालू वित्त वर्ष में लगातार सातवीं बार ब्याज दरों में कटौती कर ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। एसबीआई ने शुक्रवार को अपनी सभी अवधि के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ट लैंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 5 बेसिस प्वाइंट की कटौती की घोषणा की।
MCLR की नई ब्याज दरें
एसबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बैंक ने सभी अवधि के लिए एमसीएलआर दरें 0.05 फीसदी तक घटा दी हैं। अब एक साल के लिए नई एमसीएलआर दरें 8.05 फीसदी से घटकर 8 फीसदी पर आ गई हैं। सभी नई दरें 10 नवंबर 2019 से प्रभावी होंगी।
डिपॉजिट पर मिलेगा कम ब्याज
साथ ही बैंक ने रिटेल टर्म डिपॉजिट यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और एकमुश्त एफडी (बल्क टर्म डिपॉजिट) पर मिलने वाले ब्याज में भी कमी की है। एसबीआई ने एफडी पर ब्याज दर में 15 बेसिस प्वाइंट की कमी की है। इस टर्म डिपॉजिट की मियाद एक साल से दो साल तक की है। वहीं बल्क टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर में 30 से 75 बेसिस प्वाइंट की कमी की गई है। बैंक का कहना है कि पर्याप्त तरलता होने के कारण उसे जमा पर ब्याज दरों में कटौती करनी पड़ रही है।
क्या है MCLR?
बैंकिंग क्षेत्र के नियामक रिजर्व बैंक ने एक अप्रैल 2016 से देश में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग के आधार पर एमसीएलआर की शुरुआत की थी। उससे पहले सभी बैंक आधार दर के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे।