Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 May, 2025 06:37 PM

खाद्य वितरण एवं त्वरित वाणिज्य मंच स्विगी का एकीकृत शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में लगभग दोगुना होकर 1,081.18 करोड़ रुपए हो गया है। कंपनी को वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में 554.77
नई दिल्लीः खाद्य वितरण एवं त्वरित वाणिज्य मंच स्विगी का एकीकृत शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में लगभग दोगुना होकर 1,081.18 करोड़ रुपए हो गया है। कंपनी को वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में 554.77 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। स्विगी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि जनवरी-मार्च में उसकी परिचालन आय बढ़कर 4,410 करोड़ रुपए हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 3,045.5 करोड़ रुपए थी।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 5,609.6 करोड़ रुपए हो गया, जबकि एक वर्ष पहले की इसी अवधि में यह 3,668 करोड़ रुपए था। स्विगी ने कहा कि उसके खाद्य वितरण कारोबार का सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) अनुमान के अनुरूप 17.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 7,347 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, मार्च तिमाही में स्विगी इंस्टामार्ट का औसत ऑर्डर मूल्य 13.3 प्रतिशत बढ़कर 527 रुपये हो गया।
स्विगी के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, “क्विक-कॉमर्स (त्वरित-वाणिज्य) तेजी से विस्तार और बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा के दौर में है, जिसके लिए हमने बाजार विस्तार (मेगापोड्स), पहुंच (124 शहरों में 1,000 से अधिक स्टोर) और विभेदीकरण (मैक्ससेवर) के उद्देश्य से निवेश बढ़ाया है। हमारा ‘आउट ऑफ होम कंजम्पशन' व्यवसाय केवल शुरुआती दो वर्ष के भीतर इस चौथी तिमाही में लाभ में आ गया। कुल मिलाकर, हम उपभोक्ताओं को बेजोड़ सुविधा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”