Edited By Prachi Sharma,Updated: 24 Dec, 2025 08:20 AM

Ayodhya Ram Mandir :कर्नाटक के उडुपी स्थित प्रसिद्ध पेजावर मठ से अयोध्या के श्रीराम मंदिर के लिए एक अत्यंत विशिष्ट और दुर्लभ उपहार भेजा गया है। यह भेंट मठ के धर्माध्यक्ष स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ की प्रेरणा से उनके शिष्यों द्वारा अर्पित की गई है।...
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Ayodhya Ram Mandir :कर्नाटक के उडुपी स्थित प्रसिद्ध पेजावर मठ से अयोध्या के श्रीराम मंदिर के लिए एक अत्यंत विशिष्ट और दुर्लभ उपहार भेजा गया है। यह भेंट मठ के धर्माध्यक्ष स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ की प्रेरणा से उनके शिष्यों द्वारा अर्पित की गई है। यह प्रतिमा भगवान श्रीराम की है, जिसे कर्नाटक की पारंपरिक शिल्प कला में सोने, चांदी और हीरे से सजाकर तैयार किया गया है।
जानकारी के अनुसार इस प्रतिमा का वजन लगभग 5 क्विंटल है और इसका आकार करीब 10×8 फीट बताया जा रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि यह प्रतिमा डाक विभाग के माध्यम से अयोध्या भेजी गई है। फिलहाल इसके तकनीकी विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है, लेकिन यह पुष्टि हो चुकी है कि यह भेंट स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ की ओर से भेजी गई है।
मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार इस भव्य प्रतिमा को राम मंदिर परिसर में गोस्वामी तुलसीदास मंदिर के समीप स्थित अंगद टीला के पास स्थापित करने का प्रस्ताव है। हालांकि, प्रतिमा की स्थापना को लेकर अंतिम निर्णय स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ के अयोध्या आगमन के बाद ही लिया जाएगा।
दक्षिण भारतीय कला परंपरा में निर्मित यह प्रतिमा अपनी भव्यता और चमक के कारण सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है। माना जा रहा है कि यह प्रतिमा राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनेगी। इसे राम मंदिर को अंतरराष्ट्रीय स्तर के आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में देखा जा रहा है। यह भेंट किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे कर्नाटक राज्य की सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक मानी जा रही है।
प्रतिमा के मंदिर परिसर में पहुंचते ही उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र की मौजूदगी में बड़े लकड़ी के बॉक्स को खोला गया, जिसके बाद प्रतिमा का दर्शन कराया गया। इसके पश्चात विशेष सुरक्षा व्यवस्था के तहत इसे परिसर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया।