Edited By Sarita Thapa,Updated: 26 Sep, 2025 06:01 AM

एक बार सिकंदर के पास सेना का अधिकारी आया और उसने एक सुंदर स्वर्ण जड़ित संदूक पेश किया। सिकंदर के पूछने पर उसने बताया कि वह संदूक ईरान में लूट के दौरान मिला है जिसे वह भेंट स्वरूप देना चाहता है।
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Best Motivational Story: एक बार सिकंदर के पास सेना का अधिकारी आया और उसने एक सुंदर स्वर्ण जड़ित संदूक पेश किया। सिकंदर के पूछने पर उसने बताया कि वह संदूक ईरान में लूट के दौरान मिला है जिसे वह भेंट स्वरूप देना चाहता है। सिकंदर उस संदूक पर की गई नक्काशी देख बहुत प्रभावित हुआ। उसने अपने दरबारियों से पूछा कि संदूक में कौन-कौन सी कीमती चीजें रखी जाएं। एक दरबारी ने कीमती हीरे जवाहरात रखने का सुझाव दिया, तो दूसरे ने कीमती वस्त्र रखने को कहा। किसी ने खजाने की चाबियों का गुच्छा रखने की सलाह दी तो किसी ने गोपनीय पत्रों को रखने का सुझाव दिया। सिकंदर को एक भी सुझाव ठीक नहीं लगा।

तब वह स्वयं मन ही मन सोचने लगा कि ऐसी कौन-सी वस्तु है जिसने उसके जीवन को प्रेरणा दी है और वह उस वस्तु को इस कीमती संदूक में रख सकता है। सिकंदर को अचानक याद आया कि उसने बहुत समय पहले एक ग्रंथ पढ़ा था जिसके कारण ही उसका पौरूष, साहस और पराक्रम जाग्रत हुआ, उसी कारण वह विश्व विजयी बन सका।

सारे दरबारी बड़ी हैरानी से सिकंदर के चेहरे पर उठते भावों को देख रहे थे। तभी सिकंदर ने आदेश दिया कि इस संदूक में महाकवि होमर द्वारा लिखित महाकाव्य ‘इलियड’ को रखना चाहिए। यह मेरे लिए सबसे कीमती और बेहतरीन चीज है। इस पुस्तक ने मेरे जीवन को नया मोड़ दिया था और इसी के कारण मुझमें शौर्य भाव जाग्रत हुआ था। सभी दरबारी सिकंदर के ज्ञान के प्रति समर्पण को देखकर नतमस्तक हो गए।
