Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Oct, 2025 08:46 AM

Dev Deepawali 2025: पर्यटन विभाग इस बार काशी की देव दीपावली को अयोध्या दीपोत्सव से भी ज़्यादा शानदार बनाने में जुटा है। इस साल गंगा के दोनों किनारों पर 25 लाख दीये जलाए जाएंगे, जिससे पूरा दृश्य जगमगा उठेगा। आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए कुछ खास...
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Dev Deepawali 2025: पर्यटन विभाग इस बार काशी की देव दीपावली को अयोध्या दीपोत्सव से भी ज़्यादा शानदार बनाने में जुटा है। इस साल गंगा के दोनों किनारों पर 25 लाख दीये जलाए जाएंगे, जिससे पूरा दृश्य जगमगा उठेगा। आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए कुछ खास इंतजाम किए जा रहे हैं:
3D लेजर शो और प्रोजेक्शन मैपिंग:
3 से 5 नवंबर तक चेत सिंह घाट और गंगा द्वार पर अत्याधुनिक 3D प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो का आयोजन होगा।
यह 25 मिनट का शो होगा, जिसमें गंगा, काशी, भगवान शिव और देव दीपावली की पवित्र कहानियों को हिंदी संवाद के जरिए दिखाया जाएगा।
भव्य दीपोत्सव:
वाराणसी के सभी 84 घाटों पर लगभग 25 लाख दीये जलाए जाएंगे। इसमें से 10 लाख दीये राज्य सरकार देगी, और बाकी दीये स्थानीय घाट समितियां जलाएंगी।
पर्यावरण-
लगभग डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में 10 मिनट का पर्यावरण-अनुकूल फायर क्रैकर्स शो होगा, जिसे तकनीक और कंप्यूटर आधारित कोरियोग्राफी से तैयार किया गया है।
गंगा महोत्सव:
देव दीपावली से पहले, 1 से 4 नवंबर तक गंगा महोत्सव होगा। इसमें स्थानीय कलाकार संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के माध्यम से काशी की परंपरा और कला की झलक पेश करेंगे। पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि विभाग का लक्ष्य है कि वाराणसी आने वाले सभी पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए यह "दवों की दिवाली यादगार बन जाए। इस वर्ष 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसके लिए सुरक्षा, यातायात और अन्य व्यवस्थाओं की व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। घाटों की साफ़-सफ़ाई और सौंदर्यीकरण का काम भी ज़ोरों पर है।