Edited By Lata,Updated: 24 Oct, 2019 10:22 AM
दिवाली का त्योहार 5 दिनों तक लगातार मनाया जाता है। इसका आगाज धनतेरस वाले दिन से हो जाता है
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दिवाली का त्योहार 5 दिनों तक लगातार मनाया जाता है। इसका आगाज धनतेरस वाले दिन से हो जाता है और इस साल धनतेरस 25 अक्टूबर दिन शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस धन के देवता कुबेर देव की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में ये पर्व बहुत ही खास महत्व रखते हैं। लोग अपने घरों में दिवाली की तैयारियां महीना पहले से ही करनी शुरू कर देते हैं। शास्त्रों के अनुसार धनतेरस के दिन पूजा और घर पर दीये जलाने से व्यक्ति को यश, धन और वैभव की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि इस दिन दीया जलाने से भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं और धन वैभव का आशीर्वाद भी देते हैं। चलिए आज हम आपको दीया जलाने की सही विधि व वास्तु के हिसाब से सही दिशा के बारे में बताने जा रहे हैं।
शास्त्रों के अनुसार धनतेरस पर शाम के समय घर के मेन गेट पर दीपक जलाना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इसके साथ ही ध्यान रहे कि जब सभी सदस्य घर पर मौजूद हों, उसी समय पर दीपक जलाना शुभ होता है।
इस दिन खास बात का ध्यान रखना चाहिए कि सूरज के डूबने के बाद ही यम भगवान के समक्ष या उनके नाम का दीपक जरूर जलाएं।
धनतेरस पर दीपक को जलाने के लिए पुराने दीये का इस्तेमाल करना चाहिए न कि नए दीपक का।
यम को दीपक अर्पित करते समय ध्यान रहे कि दीपक का मुख दक्षिण दिशा की ओर हो।
एक दीया नाली या कूड़े के ढ़ेर के पास रखना चाहिए।