Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Oct, 2023 09:29 AM
हिंदू धर्म में बहुत से व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। हर व्रत का अपना ही एक अलग महत्व होता है। पति और संतान की लम्बी उम्र के लिए भी बहुत सारे
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Jitiya Vrat 2023: हिंदू धर्म में बहुत से व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। हर व्रत का अपना ही एक अलग महत्व होता है। पति और संतान की लम्बी उम्र के लिए भी बहुत सारे व्रत रखे जाते हैं और उन्हीं में से एक है जितिया व्रत। इसे जीवित्पुत्रिका व्रत और जिउतिया के नाम से भी जाना जाता है। विवाहित महिलाएं संतान की दीर्घायु के लिए इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं। बता दें कि ये व्रत पूरे तीन दिनों तक रखा जाता है। पहले दिन महिलाएं नहाय खाय, दूसरे दिन निर्जला व्रत रख कर तीसरे दिन व्रत का पारण किया जाता है। तो चलिए जानते हैं वर्ष 2023 में कब रखा जाएगा ये व्रत।
When will Jitiya Vrat be observed कब रखा जाएगा जितिया व्रत
पंचांग के मुताबिक अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ये व्रत रखा जाता है। वर्ष 2023 में 6 अक्टूबर को यह पर्व मनाया जाएगा। मुख्य तौर पर पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में महिलाएं पुत्र की प्राप्ति और संतान की लंबी आयु की कामना से ये व्रत रखती हैं।
Who is worshiped on the day of Jitiya Vrat जितिया व्रत के दिन किसकी पूजा की जाती है
इस व्रत में प्रदोष काल के समय भगवान जीमूत वाहन की पूजा की जाती है। व्रत सामग्री में पेड़ा, पान, लौंग, दूर्वा, सुपारी, श्रृंगार का सामान, पुष्प, धूप, दीप और गाय का गोबर आदि बहुत सी चीजें शामिल हैं।
How to take bath during Jitiya fast जितिया व्रत का नहाए खाए कैसे किया जाता है
इस व्रत के नियम छठ की तरह ही मिलते-जुलते हैं। व्रत से एक पहले जल्दी उठ कर गंगा स्नान किया जाता है। अगर गंगा स्नान संभव नहीं है तो सामान्य स्नान करके व्रत का संकल्प लें। नहाय खाय में सिर्फ एक ही बार भोजन करते हैं।
Importance of Jivitputrika fast जीवित्पुत्रिका व्रत का महत्व
संतान की लम्बी आयु की कामना के लिए ये व्रत बहुत ही शुभ माना जाता है। इस व्रत को करने के बाद संतान का जीवन खुशियों से भर जाता है। कहते हैं कि जो भी महिला ये व्रत रखती है, उसे कभी भी संतान के वियोग का सामना नहीं करना पड़ता। इसके अलावा घर में सुख-शांति भी बरकरार रहती है।