Edited By Prachi Sharma,Updated: 21 Aug, 2024 07:05 AM
हर साल में तीन तीज मनाई जाती हैं। एक हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज। हरियाली तीज का पर्व तो मना लिया है अब कजरी तीज का व्रत रखा जाएगा। वैवाहिक जीवन में खुशियों को बरकरार
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Kajari Teej: हर साल में तीन तीज मनाई जाती हैं। एक हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज। हरियाली तीज का पर्व तो मना लिया है अब कजरी तीज का व्रत रखा जाएगा। वैवाहिक जीवन में खुशियों को बरकरार रखने के लिए ये व्रत रखा जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर कजरी तीज मनाई जाती है। इसको कज्जली तीज, सातुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है। राखी के तीन दिन बाद इसे मनाया जाता है। पति की लम्बी उम्र के लिए महिलाएं इस दिन मां गौरी और भगवान शिव की पूजा करती हैं। मान्यताओं के अनुसार महादेव और मां पार्वती जैसा साथ और रिश्ता पाने के लिए औरतें ये व्रत रखती हैं। तो चलिए जानते हैं किस दिन रखा जाएगा ये व्रत।
Kajari Teej Date कजरी तीज तिथि
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 21 अगस्त , शाम 05: 06 मिनट से होगी और 22 अगस्त,दोपहर 01: 46 मिनट पर इसका समापन होगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह: 04:26 से प्रातः 05:10 तक।
Method of worship पूजा विधि
सबसे पहले सुबह-सुबह उठकर स्नान-ध्यान कर के तैयार हो जाएं।
इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।
इसके बाद लाल चौकी के ऊपर लाल कपड़ा बिछाएं और भगवान शिव और मां पार्वती की तस्वीर स्थापित करें।
भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा अर्पित करें और मां गौरी को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
अंत में कजरी तीज कथा का पाठ करें और आरती के साथ पूजा का समापन कर दें।
Chant these mantras इन मंत्रों का करें जाप
ॐ गौर्ये नमः
ॐ उमा महेश्वराय नम:
ॐ गौरीशंकराय नमः
ॐ नमो भगवाते वसुदेवाय
ॐ शनिदेवाय नमः।