Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Oct, 2025 02:00 PM

Labh Panchami Vastu Donts: लाभ पंचमी (Labh Panchami) को सौभाग्य पंचमी या ज्ञान पंचमी भी कहा जाता है। यह दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम अवसर होता है। वास्तु शास्त्र और धर्मशास्त्र के अनुसार इस दिन कुछ कार्य...
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Labh Panchami Vastu Donts: लाभ पंचमी (Labh Panchami) को सौभाग्य पंचमी या ज्ञान पंचमी भी कहा जाता है। यह दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम अवसर होता है। वास्तु शास्त्र और धर्मशास्त्र के अनुसार इस दिन कुछ कार्य ऐसे हैं, जिन्हें करने से लाभ की जगह हानि और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है। लाभ पंचमी का दिन वास्तु शास्त्र में ऊर्जा परिवर्तन और समृद्धि आरंभ का प्रतीक माना गया है। यदि आप इस दिन इन 12 निषेधों (Don’ts) का पालन करते हैं, तो मां लक्ष्मी की कृपा से आपके घर और व्यापार में धन स्थायित्व, शुभ अवसरों की वृद्धि और दीर्घकालिक सफलता सुनिश्चित होती है।

Labh Panchami Par Kya Nahi Karna Chahiye लाभ पंचमी पर क्या नहीं करना चाहिए:
काले या गहरे रंग के वस्त्र न पहनें
लाभ पंचमी के दिन काला, धूसर या भूरा रंग पहनना वर्जित है। ये रंग नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। इस दिन लाल, पीला, गुलाबी या सुनहरा रंग शुभ माना गया है।

घर या दुकान का मुख्य द्वार गंदा न रखें
लाभ पंचमी के दिन मुख्य द्वार (Entrance) पर गंदगी, जाले या टूटे-फूटे सामान नहीं होने चाहिए। मुख्य द्वार ही मां लक्ष्मी के प्रवेश का मार्ग होता है। दरवाजे पर शुभ-लाभ और स्वस्तिक का चिह्न ज़रूर बनाएं।
तिजोरी या धनस्थान खाली न रखें
वास्तु के अनुसार लाभ पंचमी पर तिजोरी खाली रखना अत्यंत अशुभ माना गया है। इस दिन तिजोरी में चांदी का सिक्का, हल्दी की गांठ या पीली कौड़ी रखनी चाहिए। खाली तिजोरी से धन का नाश और आर्थिक अस्थिरता का योग बनता है।
दीपक की लौ को बुझने न दें
लाभ पंचमी के दिन जलाया गया दीपक पूरे दिन स्थिर और प्रज्वलित रहना चाहिए। दीपक का बुझना लक्ष्मी जी के असंतोष का संकेत माना जाता है। इसलिए हवा या पंखे के सामने दीपक न रखें।
पश्चिम और दक्षिण दिशा में पूजा न करें
वास्तु शास्त्र कहता है कि पूजा सदैव उत्तर या पूर्व दिशा में करनी चाहिए। पश्चिम या दक्षिण दिशा में पूजा करने से ऊर्जा प्रवाह उल्टा होता है और लाभ में कमी आती है।
झाड़ू, कूड़ा या नुकीली वस्तु पूजा स्थल के पास न रखें
लाभ पंचमी के दिन घर में कचरा, झाड़ू या टूटा सामान रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। यह लक्ष्मी जी के घर से लौट जाने का कारण बन सकता है।
झगड़ा या अपशब्द बिल्कुल न बोलें
इस दिन किसी से विवाद, अपशब्द या क्रोध करना अत्यंत निषिद्ध है। शुभ दिन पर नकारात्मक वाणी धन और सौभाग्य को दूर करती है। इस दिन केवल सकारात्मक विचार और मधुर वाणी का उपयोग करें।
देर रात तक रोशनी बंद न करें
लाभ पंचमी के दिन घर में रातभर प्रकाश (दीप या बिजली की लाइट) जलती रहनी चाहिए। यह लक्ष्मी आगमन का संकेत है।
अंधकार या बंद घर में देवी लक्ष्मी प्रवेश नहीं करतीं।

भोजन में बचा हुआ या बासी अन्न न खाएं
इस दिन बासी भोजन, प्याज-लहसुन, मांसाहार और शराब का सेवन वर्जित है। केवल सात्विक और ताजे भोजन का सेवन करें।
यह शरीर और मन दोनों को पवित्र बनाए रखता है।
व्यवसाय में पुरानी बही न खोलें
लाभ पंचमी को नई बही या अकाउंट बुक शुरू करना शुभ है लेकिन पुराने लेन-देन के विवाद या कर्ज की बातें इस दिन नहीं करनी चाहिए। यह आर्थिक अस्थिरता को बढ़ाता है और नए कार्य में रुकावट लाता है।
पूजा स्थल में आईना, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं या चमकदार धातु न रखें
वास्तु के अनुसार पूजा स्थान में आईना या मोबाइल, टीवी, लैपटॉप नहीं रखना चाहिए। ये वस्तुएं ध्यान भटकाती हैं और ऊर्जा का प्रतिबिंब उल्टा कर देती हैं।

पश्चिम दिशा में कूड़ा या जूते रखना अशुभ
घर या दुकान की पश्चिम दिशा में जूते या कचरा रखने से धन के रास्ते बंद हो जाते हैं। इस दिशा को धनागमन का द्वार कहा गया है, इसे स्वच्छ और सुगंधित रखें।
