Edited By Sarita Thapa,Updated: 01 Dec, 2025 12:29 PM

सर्दियों का मौसम शुरू होते ही घर के छोटे बच्चों की तरह ही भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप, लड्डू गोपाल की सेवा और देखभाल में भी विशेष सतर्कता बरतनी पड़ती है।
Laddu Gopal Sewa Winter Rules: सर्दियों का मौसम शुरू होते ही घर के छोटे बच्चों की तरह ही भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप, लड्डू गोपाल की सेवा और देखभाल में भी विशेष सतर्कता बरतनी पड़ती है। भक्तजन यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कड़ाके की ठंड में उनके प्यारे ठाकुर जी को किसी भी प्रकार का कष्ट न हो। शास्त्रों के अनुसार, उनकी सेवा में शीतकाल के दौरान स्नान, वस्त्र, बिस्तर और भोग के नियमों में बदलाव लाना आवश्यक है। तो आइए जानते हैं ठंड में लड्डू गोपाल को कौन से गर्म और ऊर्जा देने वाले भोग अर्पित करके प्रसन्न किया जाए और उन्हें ठंड से बचाते हुए किस तरह से स्नान और विशेष सेवा प्रदान की जाए।
ठंड में लड्डू गोपाल का स्नान
लड्डू गोपाल को कभी भी ठंडे पानी से स्नान नहीं कराना चाहिए। स्नान के लिए हमेशा गुनगुने पानी का उपयोग करें। पानी में कुछ बूंदें गंगाजल की मिला सकते हैं।
स्नान की प्रक्रिया को जल्दी से पूरा करें, ताकि उन्हें अधिक देर तक ठंड न लगे।
स्नान से पहले, उनके विग्रह पर हल्के हाथों से बादाम या चंदन का तेल लगाकर मालिश कर सकते हैं, जो उन्हें ठंड से बचाएगा और उनकी त्वचा को पोषण देगा।
स्नान के तुरंत बाद, उन्हें नरम तौलिए से अच्छी तरह पोंछकर तुरंत गर्म और सूखे वस्त्र पहना दें।

शीतकालीन वस्त्र और बिस्तर
लड्डू गोपाल को ऊनी वस्त्र, मफलर, टोपी और गर्म पाजामा, धोती पहनाएं। वस्त्रों में गर्माहट और सुंदरता का ध्यान रखें।
उनके आसन और बिस्तर को भी गर्म रखें। आप उनके सिंहासन पर गर्म मखमली आसन, रजाई, और कंबल का उपयोग करें। रात में उन्हें अच्छी तरह से गर्म रजाई ओढ़ाकर सुलाएं।
लड्डू गोपाल को ठंड में विशेष भोग
गर्म दूध और केसर
लड्डू गोपाल को गुनगुना या गर्म केसर मिश्रित दूध अर्पित करें।
मेवों का भोग
लड्डू गोपाल को पंचमेवा या गोंद के लड्डू उन्हें प्रिय होते हैं और यह शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं।
हलवा
लड्डू गोपाल को सूजी या गाजर का गर्म हलवा बनाकर भोग लगाएं।
मक्खन और मिश्री
मक्खन और मिश्री लड्डू गोपाल को हमेशा से प्रिय है, लेकिन मात्रा कम कर दें और साथ में गर्म दूध दें।
तिल और गुड़
लड्डू गोपाल को तिल के लड्डू या गुड़ की चीजें भी ठंड में भोग लगानी शुभ मानी जाती हैं।
