Mars Transit: मंगल का कन्या राशि में गोचर इन राशियों को बड़ी राहत, 4 पर संकट के दस्तक

Edited By Updated: 28 Jul, 2025 07:16 AM

Mars Transit: आज बात करेंगे बुध की। बुध एक ऐसे ग्रह हैं जो नॉर्मली अस्त हो जाते हैं क्योंकि बुध सूर्य के सबसे करीब हैं और हमेशा आप देखेंगे किसी भी कुंडली में सूर्य के साथ ही नजर आएंगे या सूर्य के एक घर पहले या एक घर आगे नजर आएंगे

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Mars Transit: आज बात करेंगे बुध की। बुध एक ऐसे ग्रह हैं जो नॉर्मली अस्त हो जाते हैं क्योंकि बुध सूर्य के सबसे करीब हैं और हमेशा आप देखेंगे किसी भी कुंडली में सूर्य के साथ ही नजर आएंगे या सूर्य के एक घर पहले या एक घर आगे नजर आएंगे और सूर्य के साथ रहने के कारण अस्त भी ज्यादा हो जाते हैं। क्योंकि ये इनर सर्किट के प्लनेट है इसका असर धरती के ऊपर बहुत ज्यादा पड़ता है। यह बुद्धि के कारक हैं जब जब-जब राशि बदलते हैं जब-जब नक्षत्र बदलते हैं, उसका आपके ऊपर असर पड़ता है तो बुध राशि बदल रहे हैं 6 जून को राशि बदलेंगे और 22 जून तक बुध अपनी राशि यानी कि मिथुन में रहेंगे। 

वृषभ राशि: जब मिथुन राशि में बुध आएंगे तो सबसे पहले तो वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे भाव में आ जाएंगे। वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का दूसरे भाव में गोचर करना अच्छा है क्योंकि यह धन का भाव है। यहां पर आकर धन के भाव को बुध मजबूती देंगे क्योंकि वहां पर अपनी राशि पड़ी हुई है तो यह गोचर जो है। वह निश्चित तौर पर वृषभ राशि के जातकों के लिए अच्छा है। जो वृषभ राशि के जातक हैं उनके लिए बुध की दूसरी राशि जो आती वह पंचम भाव में आ जाती है। पंचम भाव वह इजी गेंस का भाव होता है, पंचम भाव स्टेट ऑफ माइंड, लव अफेयर का भाव होता है। निश्चल प्रेम से यहीं निश्चल प्रेम यहीं से देखा जाता है। जब बुध अपनी राशि में अपनी राशि में दूसरे भाव में गोचर करेंगे क्योंकि बुध का दूसरे भाव का गोचर अच्छा होता है। 

मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए बुध यहां पर गोचर करेंगे। चौथे भाव में चौथे भाव का बुध का गोचर अच्छा है। मीन राशि के लिए बुध दो केंद्रों के स्वामी हो जाएंगे यानी कि सप्तम में भी बुध की कन्या राशि आएगी। फोर्थ हाउस में बुध की आ जाएगी, आपकी मिथुन राशि जहां से बुध का गोचर होगा। बुध यहां पर बैठेंगे तो सीधी दृष्टि देंगे आपके कर्म स्थान को। बुध कर्म स्थान के कारक होते हैं, बुध सप्तम के स्वामी हैं। आपके लिए सप्तम वह भाव है जो दशम का दशम होता है यानी कि कारोबार के लिहाज से जितने भी मीन राशि के जातक हैं उनके लिए कारोबार के लिहाज से यह गोचर है तो 16 दिन का ही है। 16, 17 दिन का यह गोचर आपके लिए निश्चित तौर पर अच्छा होने जा रहा है। पार्टनर के लिहाज से भी अच्छा है क्योंकि पार्टनर का भाव जो है उसका स्वामी अपने ही केंद्र में बैठ गया है तो निश्चित तौर पर पार्टनर से भी आपको अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। मीन राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर निश्चित तौर पर अच्छा होने जा रहा है। 

मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर होगा आपका छठे भाव में। छठे भाव में बुध के गोचर का मतलब है। बुध यहां पर काल पुरुष की कुंडली में उच्च के हो जाते हैं। यहां पर बुध का गोचर छठे भाव में होने का मतलब है कि भाग्य स्थान का स्वामी शुभ गोचर में आ गया है। मकर राशि के जातकों के लिए कन्या राशि वह भाग्य स्थान में आ जाती है। कन्या राशि के जातकों का भाग्य स्थान में आना और उसका स्वामी का छठे भाव में गोचर करना निश्चित तौर पर आपके लिए भाग्य को जगाने वाला काम करेगा। कुछ काम जो आपके फंसे हुए हैं वहां पर आपको मदद मिल सकती है। कोई कोर्ट केस चल रहा है वहां पर आपकी हेल्प हो सकती है। वहां पर आपका पक्ष भारी होता हुआ नजर आ सकता है। यदि कोई फिजिकल दिक्कत है वहां पर चीजें ठीक हो सकती हैं, यदि कोई कर्ज वाली स्थिति है तो वहां पर चीजें आपके पक्ष में जाती हुई नजर आ सकती हैं। बुध सीधा 12वें भाव को देखेंगे, जिनका काम विदेश से जुड़ा हुआ है उनको विदेश से संबंधित कार्यों में भी सफलता मिलती हुई नजर आ सकती है। मकर राशि के जातकों के लिए यह गोचर निश्चित तौर पर अच्छा होने जा रहा है। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर होगा अष्टम भाव में। अष्टम का बुध का गोचर अच्छा होता है। अष्टम रिसर्च का भाव है रिसर्च से जुड़े जितने भी स्टूडेंट्स हैं, उनके लिए यह गोचर निश्चित तौर पर अच्छा फल लेकर आएगा। यहां पर बुध देखेंगे तो सीधी दृष्टि से धन भाव को देखेंगे। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए धन भाव से संबंधित फल अच्छे हो जाएंगे। इस राशि के जातकों के लिए बुध की मूल त्रिकोण राशि 11वें भाव में आती है, जो आय का भाव है। आय भाव का स्वामी अष्टम भाव में चले जाना निश्चित तौर पर आय के लिहाज से अच्छा है। यहां पर आय में वृद्धि हो सकती है, इच्छाओं की पूर्ति का वह भाव होता है। 11वां भाव इच्छाओं की पूर्ति हो सकती है जिनका प्रमोशन लटका हुआ है उनको प्रमोशन से जुड़ी अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। यह बुध का गोचर आपके लिए अच्छा है। 

कन्या राशि: कन्या बुध की मूल त्रिकोण राशि है। यहां पर यह गोचर दशम भाव में होगा। दशम का गोचर बुध का काफी अच्छा होता है क्योंकि बुध इस भाव के कारक हैं और यहां पर जब बुध बैठे हैं खुद तो निश्चित तौर पर कारोबार में वृद्धि का काम करेंगे। यहां यदि आप कहीं नौकरी करते हैं तो वहां पर आपका प्रभाव बढ़ता हुआ नजर आएगा। बुध यहां पर बैठेंगे तो सीधी दृष्टि से फोर्थ हाउस को देखेंगे। कन्या राशि के जातकों के लिए होगा क्योंकि राशि का स्वामी खुद अच्छे अच्छी स्थिति में आ गया है।

सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर होगा 11वें भाव में। 11वें का बुध का गोचर वैसे ही अच्छा है। 11वां आय स्थान भी है सिंह राशि के लिए धन स्थान भी है यानी कि आय स्थान और धन स्थान दोनों का स्वामी शुभ गोचर में चला गया तो निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छी खबर  सुनने को मिल सकती है। संतान पक्ष से आपको अच्छी खबर आ सकती है। पंचम इजी गेस का भाव है, कोई ऐसा पैसा आ सकता है। 

नरेश कुमार
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