रूठे हुए ग्रहों को मनाएं इस तरह, बदल जाएगी किस्मत

Edited By Updated: 18 Nov, 2021 07:44 PM

remedies of planets in hindi

हर कोई व्यक्ति जीवन में कामयाबी चाहता है। शोहरत की बुलंदियां छूना चाहता है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास खूब धन दौलत हो। उसके पास दुनिया की तमाम खुशियां हों। परिवारिक जीवन बढ़िया हो।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हर कोई व्यक्ति जीवन में कामयाबी चाहता है। शोहरत की बुलंदियां छूना चाहता है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास खूब धन दौलत हो। उसके पास दुनिया की तमाम खुशियां हों। परिवारिक जीवन बढ़िया हो। किसी चीज की कमी ना हो  जीवन में। इस चाहत को पूरा करने के लिए लोग भरपूर मेहनत भी करते हैं। इसके बावजूद हर किसी की यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो पाती। इसकी वजह प्लानिंग में कमी के साथ ही भाग्य और ग्रहों का साथ न मिलना भी होता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक प्रत्येक राशि का कोई न कोई स्वामी ग्रह होता है। अगर वह ग्रह आप पर प्रसन्न हो जाए तो आपकी जिंदगी के वारे-न्यारे हो सकते हैं। वहीं उसके अप्रसन्न रहने पर इससे उल्टा भी हो सकता है। ऐसे में ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय करने पड़ते हैं।

आज के इस आर्टिकल में जानते हैं कौन से हैं ये उपाय, जिनसे आपकी किस्मत चमका सकते हैं- 

अगर आपकी कुंडली में देवगुरु बृहस्पति शुभ फल न दे रहे हों तो उन्हें प्रसन्न करने के लिए आप भगवान विष्णु की पूजा करें। इसके साथ ही प्रत्येक गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान करना शुरू करें। लगातार आठ दिनों तक किसी धार्मिक स्थल में हल्दी का दान करें। बृहस्पतिवार के दिन कोई न कोई पीले रंग का वस्त्र जरूर धारण करें या अपने साथ हमेशा पीला रंग का रूमाल रखें। माथे पर केसर का तिलक लगाएं या कान के पीछे हल्दी का टिक्का यानी तिलक लगाएं। बृहस्पतिवार के दिन किसी अस्पताल में जाकर मरीजों को फल वितरित करने चाहिए। जो निर्धन छात्र-छात्राएं हैं , उनको शिक्षण सामग्री का दान करना चाहिए।

कुंडली में मंगल ग्रह के शुभ होने पर व्यक्ति साहसी और भूमि-भवन से समृद्ध होता है, जबकि इसके विपरीत होने पर इन चीजों के लिए उसे काफी संघर्ष करना पड़ता है।  यदि आपको मंगल ग्रह का आशीर्वाद नहीं मिल रहा है तो तो प्रत्येक मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करें। साथ ही लाल मसूर का दान करें और जरूरतमंद तबकों के बच्चों को मिष्ठान्न बांटें। प्रतिदिन हनुमान चालीसा का  पाठ करें।

ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। यदि आपका मन नियंत्रण में हो तो सब कुछ आसानी से पा सकते हैं, लेकिन अस्थिर मन आपके कार्यों में तमाम तरह की बाधाएं लाने का कारण बनता है। यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा उच्च का होकर शुभ फल दे रहा है तो आपको माता की तरफ से भरपूर प्रेम मिलेगा और आपके भौतिक सुखों में वृद्धि होगी लेकिन इसके विपरीत होने पर अशुभ परिणाम मिलते हैं। चंद्रमा को मजबूत करने के लिए हमेशा घर में चांदी की एक छोटी सी प्लेट पूजा स्थल पर रखें।

चावल, दूध आदि का दान करें।

मोती या चांदी धारण करना भी लाभप्रद होता है। अगर मोती नहीं पहनना हो तो मोती के उपरत्न मून स्टोन को भी पहन सकते हैं। इसे भी आप चांदी की अंगूठी में डालकर पहन सकते है। या फिर इसे आप चांदी का लॉकेट बनवाकर गले में पहन सकते है। पूर्णिमा के दिन शिव जी को खीर का भोग लगाएं।


गुरमीत बेदी 
gurmitbedi@gmail.com
 

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!