Edited By Prachi Sharma,Updated: 02 Nov, 2025 06:55 AM

Tulsi Vivah: हिंदू धर्म में, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाने वाला तुलसी विवाह का पर्व अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। यह तिथि भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम जी और माता तुलसी के विवाह का प्रतीक है। चूंकि तुलसी को देवी...
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Tulsi Vivah: हिंदू धर्म में, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाने वाला तुलसी विवाह का पर्व अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। यह तिथि भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम जी और माता तुलसी के विवाह का प्रतीक है। चूंकि तुलसी को देवी लक्ष्मी का ही स्वरूप माना जाता है और भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं इसलिए इस दिन किए गए उपाय घर में सुख-समृद्धि और धन-धान्य लाते हैं। तुलसी विवाह के दिन धन की कमी दूर करने और घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश के लिए मुख्य द्वार पर एक विशेष शुभ पोटली बांधने की परंपरा है। यह पोटली पूरे वर्ष घर में धन का स्थिर आगमन बनाए रखती है।
धन आकर्षित करने वाली शुभ पोटली-
यह पोटली माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के आशीर्वाद से घर के मुख्य द्वार को अभिमंत्रित करती है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है और लक्ष्मी का वास होता है।
यह पोटली तुलसी विवाह की पूजा समाप्त होने के बाद या उस दिन शाम को बनानी चाहिए। सबसे पहले भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विधिवत विवाह संपन्न करें। लाल कपड़े को बिछाकर, उस पर सबसे पहले तुलसी की साफ जड़ रखें। फिर 11/21 साबुत अक्षत, हल्दी की गांठ, कौड़ी और 1 रुपये का सिक्का रखें। पोटली बनाते समय मन में श्रद्धा रखें और भगवान विष्णु के मंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का 108 बार जाप करते रहें। सभी सामग्री रखने के बाद कपड़े को सावधानी से इकट्ठा करके लाल धागे से एक छोटी पोटली बना लें। इस पोटली को कुछ देर के लिए भगवान शालिग्राम और तुलसी माता के चरणों में रखकर आशीर्वाद लें।
मुख्य द्वार पर बांधने का महत्व:
इस शुभ पोटली को अपने घर के मुख्य द्वार पर अंदर की तरफ, दाहिने या बाएं कोने में, किसी की नजर से दूर, लटका दें या कील से बांध दें। मुख्य द्वार को घर में ऊर्जा और धन के प्रवेश का मार्ग माना जाता है। इस पोटली को बांधने से यह द्वार सकारात्मकता और धन को आकर्षित करने वाले सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोकता है।

धन की कमी दूर करने के अन्य उपयोग:
यदि आप पोटली को मुख्य द्वार पर नहीं बांधना चाहते, तो आप इसे इन स्थानों पर रख सकते हैं-
इस पोटली को अपनी तिजोरी, अलमारी या उस स्थान पर रखें जहां आप पैसा और कीमती सामान रखते हैं। यह धन को स्थिर करता है और खर्चे पर नियंत्रण लाता है। यदि आपका कोई व्यापार है, तो इसे अपने दुकान या ऑफिस के कैश काउंटर पर रखना व्यापार में वृद्धि और लाभ दिलाता है।
पोटली बदलने की प्रक्रिया:
यह पोटली पूरे वर्ष आपके घर में समृद्धि बनाए रखेगी। इसे अगले साल तुलसी विवाह के दिन ही बदलना होता है। पुरानी पोटली से 1 रुपये का सिक्का निकालकर अपनी तिजोरी या पर्स में रख लें। बाकी की सामग्री को सम्मानपूर्वक किसी नदी में प्रवाहित कर दें या किसी पवित्र पेड़ के नीचे रख दें।
तुलसी विवाह पर हल्दी और सिन्दूर का विशेष महत्व
पोटली के अलावा, तुलसी विवाह के दिन हल्दी का प्रयोग करना भी धन और सौभाग्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। तुलसी विवाह के दिन स्नान के जल में एक चुटकी हल्दी मिलाकर स्नान करें। यह बृहस्पति और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करता है। तुलसी माता को दुल्हन की तरह सजाते समय उन्हें लाल चुनरी, चूड़ियां और सिन्दूर अवश्य अर्पित करें। यह वैवाहिक सुख और धन की स्थिरता लाता है।
