Edited By Prachi Sharma,Updated: 20 Dec, 2025 08:08 AM

Ujjain Mahakal Mandir: उज्जैन की पवित्र नगरी में स्थित विश्वविख्यात ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को अब दान देने के लिए नकदी रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
Ujjain Mahakal Mandir: उज्जैन की पवित्र नगरी में स्थित विश्वविख्यात ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को अब दान देने के लिए नकदी रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंधन ने डिजिटल दान प्रणाली की शुरुआत कर दी है। इसके अंतर्गत मंदिर परिसर के विभिन्न स्थानों और दान काउंटरों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिन्हें स्कैन कर भक्त मोबाइल के माध्यम से आसानी से दान कर सकेंगे।
क्या है मंदिर समिति का उद्देश्य
मंदिर समिति का लक्ष्य महाकाल मंदिर में दर्शन और सेवाओं को पूरी तरह कैशलेस बनाना है। पहले से ही भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग और शीघ्र दर्शन टिकट के लिए डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है। अब इस व्यवस्था का विस्तार करते हुए लड्डू प्रसाद काउंटर, महाकालेश्वर व हरसिद्धि धर्मशालाएं, अन्न क्षेत्र और दान कक्षों पर भी कैशलेस भुगतान की सुविधा शुरू कर दी गई है। श्रद्धालु मंदिर परिसर में कहीं से भी क्यूआर कोड स्कैन कर दान कर सकेंगे, इसके लिए उन्हें दानपेटी तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
नकद विकल्प भी रहेगा जारी
भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति ने नकद भुगतान की व्यवस्था भी समाप्त नहीं की है। लड्डू प्रसाद काउंटरों पर कैश और डिजिटल—दोनों तरह के भुगतान स्वीकार किए जाएंगे। नेटवर्क या तकनीकी कारणों से यदि डिजिटल भुगतान में कोई परेशानी आती है, तो श्रद्धालु नकद भुगतान कर सकेंगे, जिससे दर्शन में किसी प्रकार की बाधा न हो।
महाकाल मंदिर की यह नई पहल डिजिटल इंडिया अभियान की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है, जो श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सरल और आधुनिक सुविधा प्रदान करेगी।
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