Edited By Prachi Sharma,Updated: 27 Dec, 2025 10:27 AM

Ujjain Mahakaleshwar : महाकाल लोक के निर्माण के बाद उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या और दान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है। पहले जहां प्रतिदिन 40 से 50 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते थे, वहीं अब रोजाना औसतन...
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Ujjain Mahakaleshwar : महाकाल लोक के निर्माण के बाद उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या और दान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है। पहले जहां प्रतिदिन 40 से 50 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते थे, वहीं अब रोजाना औसतन 1.20 लाख श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन कर रहे हैं। वीकेंड पर यह संख्या डेढ़ से दो लाख तक पहुंच रही है।
मंदिर समिति के अनुसार, 1 जनवरी से 15 दिसंबर 2025 तक 5 करोड़ 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकाल मंदिर में दर्शन किए हैं। इस दौरान दान पेटियों से 43 करोड़ 43 लाख रुपये की नकद राशि प्राप्त हुई है, जबकि शीघ्र दर्शन व्यवस्था से 64 करोड़ 50 लाख रुपये की आय हुई है। इस तरह केवल भेंट पेटी और शीघ्र दर्शन से 11 महीने 15 दिनों में मंदिर को कुल 107 करोड़ 93 लाख रुपये की आय हुई है।
आभूषण दान के मामले में भी इस वर्ष नया रिकॉर्ड बना है। श्रद्धालुओं ने 1483.621 ग्राम सोना और 592.366 किलोग्राम चांदी बाबा महाकाल को अर्पित की है। इन आभूषणों की कुल कीमत 13 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है, जिसमें सोने की कीमत करीब 1 करोड़ 82 लाख और चांदी की कीमत लगभग 11 करोड़ 85 लाख रुपये है।
पिछले वर्ष 2024 में मंदिर को भेंट पेटी और शीघ्र दर्शन से करीब 92 करोड़ रुपये की आय हुई थी। इस वर्ष यह आंकड़ा करीब 15 करोड़ रुपये अधिक है। हालांकि सोना दान पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम रहा, लेकिन चांदी के दान में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
महाकाल मंदिर समिति अध्यक्ष, उज्जैन कलेक्टर रोशन कुमार के अनुसार, 25 दिसंबर से 31 जनवरी के बीच करीब 6 लाख और श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में वर्ष समाप्त होने तक दान और श्रद्धालुओं की संख्या में और बढ़ोतरी तय मानी जा रही है।
विशाल ठाकुर